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प्रदेश में आज रेड अलर्ट, मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी की अति भारी बारिश की चेतावनी

प्रदेश में आज रेड अलर्ट, मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी की अति भारी बारिश की चेतावनी

मध्यप्रदेश में मानसून ट्रफ और डिप्रेशन के कारण लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शुक्रवार को ग्वालियर-चंबल अंचल के 7 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, अशोकनगर, विदिशा, सागर, दमोह, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है।

रीवा, सतना, डिंडौरी और मऊगंज में एहतियातन शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। गुरुवार को सतना, डिंडौरी और मऊगंज सहित 26 से अधिक जिलों में तेज वर्षा दर्ज की गई। उफनते नदी-नालों के चलते कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ और कॉलेज परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं।

भोपाल में बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया, जबकि शहडोल में सीवर लाइन की खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने से दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई।

अगले दो भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने जानकारी दी कि फिलहाल प्रदेश के ऊपर से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है, जिसके चलते राज्य के उत्तरी क्षेत्रों में आगामी दो दिनों तक भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। गौरतलब है कि इस मानसूनी सीजन में प्रदेश में अब तक औसतन 18.5 इंच वर्षा हो चुकी है, जबकि सामान्यतः इस समय तक केवल 11 इंच बारिश की अपेक्षा थी। यानी इस बार सामान्य से करीब 7.5 इंच अधिक वर्षा दर्ज की गई है। खास बात यह है कि इस बार मानसून ने प्रदेश के पूर्वी हिस्सों पर कुछ ज्यादा ही मेहरबानी दिखाई है।

इन जिलों में आज भी बरसेंगे बादल, अलर्ट जारी

मौसम विभाग का अनुमान है कि छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सागर, सतना और टीकमगढ़ जिलों में अचानक बाढ़ की स्थिति बन सकती है। इसके अलावा अशोकनगर, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा जैसे जिलों में भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। गौर करने वाली बात यह है कि इस मानसूनी सत्र में प्रदेश में अब तक औसतन 19.2 इंच वर्षा हो चुकी है, जबकि सामान्य तौर पर इस समय तक केवल 11.5 इंच बारिश अपेक्षित थी। इस तरह कुल 7.7 इंच अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

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