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इंदौर में शुक्रवार की सुरमई शाम रही जगजीत सिंह के गीतों और गजलों के नाम

इंदौर में शुक्रवार की सुरमई शाम रही जगजीत सिंह के गीतों और गजलों के नाम

संस्था श्रुति संवाद और अभिनव कला समाज ने जगजीत सिंह के जन्मदिन के बाद की संध्या पर उन्हीं की गजलों का कार्यक्रम “एक शाम जगजीत सिंह के नाम” शीर्षक से आयोजित किया। इंदौर के प्रसिद्ध गायक संतोष अग्निहोत्री ने जगजीतजी की गजलों को पेश किया।

कार्यक्रम का आरंभ मिर्जा ग़ालिब की ग़ज़ल – हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले से हुआ, मिलकर जुदा हुए तो न सोया करेंगे हम…, प्यार का पहला ख़त लिखने मे वक़्त तो लगता है…, कल चौदहवी की रात थी…., होश वालों को ख़बर क्या बेखुदी क्या चीज़ है…., तेरे बारे मे जब सोचा नहीं था, मैं तन्हा था मगर इतना नहीं था…., तेरे आने की जब खबर महके, तेरी खुशबु से सारा घर महके…., होठों से छूलो तुम…, झुकी झुकी सी नजर बेकरार है कि नहीं… कुल पंद्रह गजलों से ये शाम सुरभित हुई।

तबला संगत नवीन राणा ने की। गिटार पर विकास जैन साइड रिद्म पर विवेक थोरात ने साथ दिया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन आकाशवाणी इंदौर की युवा स्वर अनुषा व्यास ने किया। कलाकारों और अतिथियों का स्वागत अभिनव कला समाज के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल,रचना जौहरी मीना राणा शाह,राकेश द्विवेदी ने कलाकारों का स्वागत किया ।

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