इंदौर : पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था आदि की चुनौतीपूर्ण ड्यूटी व अपने कर्तव्यो के साथ-साथ अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी समय-समय पर किया जाता रहा है। इसी क्रम में इंदौर पुलिस ने एक और सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए अपना मानवीय दृष्टिकोण दिखाया।
इंदौर पुलिस का मानवीय चेहरा नज़र आया देर रात रावजी बाजार थाना प्रभारी सविता चौधरी को एक बुजुर्ग महिला मिली, जो भूखी प्यासी रात के वक्त घूम रही थी तभी थाना रावजी बाज़ार थाना प्रभारी सविता चौधरी नज़र पड़ी तो उन्होने अपनी गाड़ी रुकवाकर बुजुर्ग से बात उनकी समस्या की वजह जानने की कोशिश की तो आँखे भर आईं ,सविता जी ने बताया कि इलाका भ्रमण के दौरान पल्सीकर क्षेत्र में वृद्ध निराश्रित बुजुर्ग महिला मिली जिसने अपना नाम दया/माया/गया दामोदर देसाई महाराष्ट्र अहमदनगर की निवासी होना बताया,जो रात्रि में ही थाना आजाद नगर क्षेत्र में रहने वाली उसकी नातिन के निवास स्थान पर उसे ले जाया गया जो थोड़ी देर रुकने के बाद थाना प्रभारी समझ गई की इन्ही पारिवारिक कलह के चलते माता जी ने खुद ही घर त्याग दिया है,जो की रात्रि अधिक होने की वजह से थाने के पास बने नगर निगम द्वारा संचालित रैन बसेरे मे रात्रिविश्राम हेतु व्यवस्था करवाई गई।
थाना प्रभारी ने कहा कि कांउंसलिंग के बाद बुजुर्ग महिला को उचित वृद्धा आश्रम मैं भेजा जाएगा साथ ही इनके रहने की व्यवस्था की जाएगी। आने वाले समय में बुजुर्ग महिला को कोई समस्या ना हो इसको लेकर भी पूरे पत्राचार के साथ इन्हें एडमिशन वृद्ध आश्रम में किया जाएगा साथ ही पुलिस कांटेक्ट और परिवार के कांटेक्ट भी ने दी जाएगी अगर इस दौरान बुजुर्ग महिला को सहायता की जरूरत पड़ी तो तत्काल मौके पर पहुंचकर उनकी मदद की जाएगी। देशभक्ति जनसेवा के जस्बे के साथ पुलिस विभाग एक टीम के रूप मे काम करती है,यह पुलिस का सोशल पुलिसिंग का काम है।
वही संजीवनी हेल्पलाइन की काउंसलर श्रीमती राजश्री पाठक ने बताया कि बुजुर्ग महिला की पारिवारिक पृष्ठभूमि काफी गरीब किंतु अत्यधिक मेहनती है, बेटी और बेटा है पति की मृत्यु हो चुकी है फिलहाल नातिन के साथ रह रही थी बुजुर्ग महिला दामाद बुजुर्ग महिला के साथ मारपीट करते हैं जिसके चलते बुजुर्ग घर छोड़कर चली गई थी फिलहाल भाषा की समस्या के होने के चलते भाषा को सुनकर समझने की कोशिश राजश्री द्वारा किया जा रहा है ।