■ आजादी का अमृत महोत्सव.
■ राष्ट्रीय हथकरघा दिवस.
इंदौर (Indore News) : परंपरागत कला को प्रोत्साहन के साथ सम्मान भी दिया जाए तो कलाकारों का उत्साह कई गुना बढ़ जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान और प्रेरणा पर अमल करते हुए इंदौर की हथकरघा प्रतिभाओं को सम्मानित करते हुए इंदौर ने खुद को गौरवान्वित महसूस किया। परंपरागत कला को प्रोत्साहित करने वाला यह आयोजन इंदौर में पहली बार आयोजित हुआ।
पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता ने कहा कि हथकरघा उद्योग से निर्मित सामानों का विदेशों में भी खूब निर्यात किया जाता है। हथकरघा उत्पाद बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी को रोजगार मुहैया कराते हैं। आज सबसे बड़ी आवश्यकता इसी बात की है कि हम अपनी कला को संरक्षण दें ताकि वह अपनी प्रतिभा और योग्यता का प्रदर्शन पूरे विश्व में कर सके।
इस अवसर पर कला के संरक्षण के लिए एक परिचर्चा का आयोजन भी किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने परंपरागत उत्पादों के लिए भविष्य के बाजार को सुगम बनाने के लिए सुझाव दिए।
इन्हें सम्मान देकर गौरान्वित हुआ इंदौर
● श्री किशोर सरोदे.
● श्री जयेश सरोदे.
● श्री लखन जतारिया.
● श्री मुकेश बोके.
● श्रीमती नर्मदा बाई.
● श्रीमती मीनाबाई खड़के.
● श्री महेश अहीरवार.
● श्री यश गोपाल राव.
● सुश्री नेहा हार्डिया.
● सुश्री शालू जैन.
● श्री नारायण दास कोरी.
● श्री गोपाल साली.
सम्मानित हुए सभी कलाकारों ने अपने अनुभव भी साझा किये।
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत अंकित रावल, गौरव नाहर, धर्मेश यादव , अनुभव वर्मा, ने किया, कार्यक्रम में कई गणमान्यजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ग्रीष्मा त्रिवेदी ने किया और आभार गणपत कसेरा ने माना।