इंदौर (Indore News): आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया कि इंदौर नगर निगम एवं आयएल एंड एफएस द्वारा इंदौर में 500 टीपीडी म्यूसिपल सॉलिड वेस्ट प्रसंस्करण संयंत्र लगभग 150 करोड की लागत से विकसित किया जा है, जो कि दक्षिया एश्यिा का सबसे बडा तथा देश का पहला कचरे से बायो सीएनजी गैस प्लांट इंदौर के टेªचिंग ग्राउण्ड में निर्माणधीन है, आज उक्त बायो सीएनजी गैस प्लांट का संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. पवनकुमार शर्मा व आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा निरीक्षण किया गया।
संभागायुक्त द्वारा परियोजना के संबंध में संबंधितो से विस्तृत जानकारी ली गई तथा प्लांट का डेमो का भी अवलोकन एवं निर्माणाधीन प्लांट का निरीक्षण भी किया गया। यह प्लांट ऑटोमेटिक सिस्टम से कार्य करेगा। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री श्री अनुप गोयल, श्री महेश शर्मा, टेªचिंग ग्राउण्ड प्रभारी श्री गंगराडे व अन्य उपस्थित थे।
संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा बायो गैस प्लांट के चल रहे कार्यो पर संतोष व्यक्त किया तथा समय सीमा में बायो गैस व कम्पोस्ट खाद का उत्पादन करने के निर्देश भी दिये गये।
छोटा सा इनोवेशन बहुत बडा काम
इसके पश्चात संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. शर्मा द्वारा स्टार चौराहा स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन में लगे 6 बिन की प्रत्येक बिन को संभागायुक्त व निगम प्रशासक द्वारा स्वंय खोल कर देखा गया कि किस प्रकार से डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन में कचरा पृथक-पृथक लिया जाता है तथा कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर 6 बिन के कचरे को किस प्रकार से अलग-अलग रखा जाता है और सेग्रिगेट कचरे को कचरा ट्रांसफर स्टेशन से कैसे टेचिंग ग्राउण्ड भेजा जाता है।
कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर अन्य डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन को भी देखा गया कि उनके द्वारा प्रशन्नता व्यक्त कि गई कि शहर के नागरिको द्वारा किस प्रकार से घरो में कचरा पृथक-पृथक किया जाता है और संग्रहण वाहन को दिया जाता है। कचरा सेग्रिगेशन की क्वालिटी बहुत ही अच्छी बताई गई। इसके पश्चात संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. शर्मा द्वारा कबीटखेडी स्थित निगम के संग्रहित गीले कचरे से बनाये जा रहे बायोगैस प्लांट का भी निरीक्षण किया गया तथा संबंधितो से जानकारी ली गई।