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ऑक्सीजन के क्षेत्र में इंदौर बनने जा रहा है आत्मनिर्भर

ऑक्सीजन के क्षेत्र में इंदौर बनने जा रहा है आत्मनिर्भर

कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिये इंदौर ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिये तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज इंदौर को कोरोना से निपटने के लिये एक बड़ी ताकत प्रदान करेंगे। चौहान आज 3 जुलाई को सवा 11 करोड़ रूपये से अधिक लागत लागत से 11 अस्पतालों में बने ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण करेंगे। इन प्लांट्स की क्षमता 23.34 टन है। साथ ही वे 25 और अस्पतालों में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट का भूमिपूजन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान अरविंदो अस्पताल, इंडेक्स अस्पताल, सीएचएल अपोलो अस्पताल, चेस्ट वार्ड अस्पताल, एम.आर.टी.बी. अस्पताल, एम.टी.एच अस्पताल, मध्यभारत अस्पताल महू, सेवाकुंज अस्पताल, एसएमएस इनर्जी अस्पताल, मेदांता अस्पताल तथा पीसी सेठी अस्पताल में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण करेंगे।

इसी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर शहर के 25 और अस्पतालों में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांटस का भूमिपूजन भी करेंगे। इनमें टू- केयर अस्पताल, अरिहंत अस्पताल, डीएनएस अस्पताल, गोकुलदास अस्पताल, ग्रेटर कैलाश अस्पताल, लाईफ केयर अस्पताल, इंदौर क्लाथ मार्केट अस्पताल, अपोलो अस्पताल, सुयश अस्पताल, शैल्बी अस्पताल, विशेष जुपिटर अस्पताल, एप्पल अस्पताल,यूनिक अस्पताल, लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल,एमीनेंट अस्पताल गीता भवन अस्पताल, क्योर-वेल अस्पताल, वर्मा यूनियन अस्पताल, एसएनजी अस्पताल, सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, सीएचसी देपालपुर सीएचसी सांवेर, ईएसआई मॉडल अस्पताल, ईएसआई टीबी अस्पताल, हुकुमचंद अस्पताल शामिल है।

उल्लेखनीय है कि इंदौर में 5 अस्पतालों में विगत एक माह में ऑक्सीजन प्लांट लग चुके है। यह सभी कार्य करने लगे है। इनमें बॉम्बे अस्पताल,सी-3 अस्पताल,सेंट फ्रांसिस अस्पताल, चोईथराम अस्पताल तथा आनंद अस्पताल में बने ऑक्सीजन प्लांट शामिल है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर शहर के जागरूक नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों व विभिन्न सामाजिक संगठनों के सम्मिलित प्रयासों व अपार सहयोग से आज शहर कोरोना संक्रमण दर, उपचार और वैक्सीनेशन के क्षेत्र में संतोषजनक स्थिति में हैं। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से निपटने के लिए इंदौर में एहतियात के रूप में व्यापक इंतजाम किये जा रहे है। जिले में विशेष सावधानी, सतर्कता एवं सजगता रखी जा रही है। सभी आवश्यक तैयारियाँ भी की जा रही है, जिससे किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। इसी के मद्देनजर शहर में 95 टन ऑक्सीजन की वर्तमान उत्पादन क्षमता के साथ-साथ 135 टन ऑक्सीजन खपत क्षमता के निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में मिशन स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इस कार्य हेतु 50 करोड़ रुपए की लागत से 135 टन ऑक्सीजन की लक्ष्य (अधिकतम) पूर्ति के लिए 10 शासकीय अस्पतालों व 31 निजी अस्पतालों में 60.80 टन क्षमता एवं 50 करोड़ रुपये की लागत के कुल 41 ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए जा रहे है, जिसमे से आज 11.35 करोड़ रूपये लागत व 23.34 टन क्षमता के 11 ऑक्सीजन प्लांट्स का लोकार्पण हो रहा है।

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