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सामाजिक समरसता, धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपरा के साथ मनाया जाएगा गुड़ी पड़वा पर्व

सामाजिक समरसता, धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपरा के साथ मनाया जाएगा गुड़ी पड़वा पर्व

इंदौर। पारंपरिक लोक नृत्य, वैदिक मंत्रोच्चार एवं शंख ध्वनि के साथ गुड़ी पड़वा नववर्ष का स्वागत सूर्य अर्घ्य के साथ 22 मार्च को प्रातः 6:15 किया जाएगा। संस्था सार्थक एवं हिंदू नववर्ष आयोजन समिति के तत्वाधान में बड़ा गणपति चौराहे पर नववर्ष गुड़ीपड़वा का आयोजन भव्य स्तर पर आयोजित किया जाएगा।

आयोजक व संस्था के अध्यक्ष, भाजपा प्रदेश के सह मीडिया प्रभारी व पूर्व पार्षद दीपक जैन “टीनू” ने बताया कि धार्मिक परंपराओं के साथ सांस्कृतिक प्रतिबद्धता का सम्मान भी सर्वोपरि है। इसी क्रम में हिंदू नववर्ष अभिनंदन का यह 5वां वर्ष है। हिंदू नववर्षाभिनंदन के अवसर पर सामूहिक सूर्य अर्घ्य, पारंपरिक लोकगीत एवं लोकनृत्य को भी माध्यम बनाया जाएगा।

वसुदेव कुटुंबकम के पवित्र उद्देश्य और संतों व जनमानस के सानिध्य में इस नववर्ष का आयोजन संपन्न होगा। संस्कारों को आत्मसात करते हुए बड़ी संख्या में युवाओं द्वारा भगवा साफा बांधकर उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। आस्था के इस उत्सव में संपूर्ण चौराहे को भगवा पताकाओं से सजाया जाएगा।

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आयोजन का एक विशेष आकर्षण भी होगा पद्मश्री डॉ पुरू दाधिच जी एवं डॉ सुचित्रा हरमलकर जी की शिष्या प्रसिद्ध नृत्यांगना दमयंती जी भाटिया मिरदवाल अपने कलाकारों के साथ नववर्ष पर संस्था सार्थक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कृष्णायन, काली स्तवन, शिव ध्रुपद, राम स्तुति, एवं सूर्य आराधना पर आधारित कत्थक एवं लोक नृत्य की प्रस्तुति देंगी। इस अवसर पर बटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार व शंख ध्वनि के साथ पवित्र नदियों के जल से सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

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