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कोरोना से जंग: इंडेक्स अस्पताल से 21 मरीज हुए डिस्चार्ज, बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी

कोरोना से जंग: इंडेक्स अस्पताल से 21 मरीज हुए डिस्चार्ज, बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी

इंदौर। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या हर रोज 500 का आकड़ा पार पर रही है। यह सिलसिला इसलिए जारी है क्योंकि लोग सतर्कता नहीं बरत रहे। पुलिस, प्रशासन और डॉक्टर हर स्तर पर लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि संक्रमण से बचना तभी संभव है जब आप अपनी सुरक्षा खुद करें। इंडेक्स अस्पताल, मेडिकल कॉलेज व रिसर्च सेंटर से 7 से 9 दिसंबर तक तीन दिनों में 21 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। मरीजों को घर भेजते समय विशेषज्ञों और स्टाफ ने यही समझाइश दी कि अस्पताल लोगों को पॉजिटिव होने के बाद इलाज दे सकते हैं लेकिन बीमारी से बचना खुद मरीजों की सतर्कता और गंभीरता पर निर्भर है।

कोरोना दोबारा इसलिए फैला क्योंकि सावधानी नहीं रखी गई

कोरोना से बचने के लिए पहली जरुरत ही है कि हम खुद भी सतर्क रहें और दूसरे लोगों को भी जागरूक बनाने की कोशिश करें। कोरोना दोबारा इसलिए फैला क्योंकि उतनी सावधानी नहीं रखी गई जितनी रखी जानी थी। जरूरी है कि लगातार मास्क पहनकर रखें, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें और हाथ धोते रहें। आने वाले कुछ दिनों तक इस तरह की सावधानी और सतर्कता रखी गई तो कोरोना जड़ से खत्म हो जाएगा।

घर से तभी निकलें, जब बाहर जाए बगैर काम न चले

डॉक्टरों की समझाइश के बाद डिस्चार्ज होने वाले मरीजों ने यह स्वीकार किया कि कोरोना बढ़ने के पीछे लोगों की लापरवाही जिम्मेदार है। प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष गलतियों के कारण ही लगातार लोग इसका शिकार हो रहे हैं। हम भी इसकी चपेट में इसलिए आए कि कहीं न कहीं लापरवाही रही है। डॉक्टरों ने कहा कि ने बताया कि लॉकडाउन में लोग अपने-अपने घरों में थे, इसलिए कुछ दिन बाद तक मरीजों की संख्या नियंत्रित रही, लेकिन बाद में लोगों ने हुजूम लगाना शुरू कर दिया, हर जगह भीड़ बढ़ी और नतीजा संक्रमण बढ़ने के रूप में सामने आया। जरूरी है कि घर में रहकर सुरक्षित रहें। घर से तभी निकलें जब बाहर जाए बगैर काम न चले। अगर घर से बाहर कोई जाता है तो भी सावधानियों का पालन करें और कोशिश करें कि किसी के संपर्क में न आएं।

आपदा से निपटने के लिए मिलकर कोशिश करें

कोरोना के रूप में आई वैश्विक आपदा को लेकर इंडेक्स अस्पताल, मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर के चैयरमेन सुरेश सिंह भदौरिया ने कहा कि इससे निपटने के लिए हर स्तर पर पूरी कोशिश की जा रही है। प्रशासन, पुलिस, प्रतिनिधि और डॉक्टरों के साथ आम लोगों को भी अपनी भूमिका निभाना जरूरी है। हर आदमी खुद को कोरोना से बचाने के लिए सजग रहे। हमारी कोशिश है कि मरीज़ को इलाज के साथ हर तरह की सुविधा भी मिले और इसमें हम सफल भी हुए हैं। वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया ने कहा कि इंडेक्स अस्पताल प्रबंधन की कोशिश है कि न सिर्फ कोविड मरीजों की समस्या का निराकरण हो बल्कि दूसरी बीमारियों का इलाज करवाने वाले मरीजों की भी सभी समस्या का समाधान किया जा सके। मरीजों के इलाज और देखभाल के लिए हमारी पूरी टीम 24 घंटे तत्पर रहती है। मार्च 2020 में कोरोना शुरू होने से लेकर अब तक डॉक्टर और अन्य कोरोना योद्धा अपनी भूमिका निभा रहे हैं। अब लोगों की बारी है कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं और प्रोटोकॉल को पूरी तरह फॉलो करें।

चंद दिनों में खत्म हो सकती है महामारी

एडिशनल डायरेक्टर आरसी यादव ने कहा कि हर स्तर पर सावधानियों का अनुसरण किया जाए तो चंद दिनों में इस महामारी को खत्म किया जा सकता है। हमारे अस्पताल की टीम लगातार जिम्मेदारी निभा रही है। इसमें डॉ. सुधीर मौर्य, एसोसिएट मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अजय सिंह ठाकुर, कोऑर्डिनेटर डॉ दीप्ति सिंह हाडा, कोऑॅर्डिनेटर डॉ धीरज शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी नितिन कोथवाल एवं डॉ.हिमांशु सिंह, डॉक्टर्स, रजत चौहान और उनके सुपरविज़न में काम कर रहे साथी भी शामिल हैं। हर व्यक्ति यह प्रण लें कि मुझे कोरोना से लड़ना है और इसे हराना है। यह भावना सभी में होगी तो जल्द हमें इससे मुक्ति मिल जाएगी।

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