इन्दौर : आमतौर पर एनीमिया को लोग छोटी बीमारी समझ, इसे गम्भीरता से नहीं लेते, जबकि यह एक ऐसी बीमारी है, जो कई अन्य बीमारीयों को जन्म देती है। प्रति वर्ष 4 मार्च को विश्व एनीमिया दिवस मनाया जाता है। आयुष मेडिकल वेलफेयर फाउंडेशन एवं मेडिकल और हेल्थ मैग्जीन सेहत एवं सूरत और एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से एनीमिया अवेयरनेस पर प्रतिवर्ष आयोजन किया जाता है। इसी श्रृंखला में इस वर्ष भी एनीमिया के बारे में जागरुक करने के साथ ही उसके कारण, दुष्परिणाम, बचाव व इलाज की जानकारी देने के लिए एक स्वास्थ रथ तैयार किया गया है, जिसमें 5 से 6 वोलिएंटर्स भी साथ में रहेंगे। ये लोग होम्योपैथिक इलाज तथा खान-पान के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ, निःशुल्क बुकलेट भी लोगों को प्रदान कर रहे हैं।
मुख्य अतिथीय उद्बोधन में सांसद श्री शंकर लालवानी ने बताया कि, डाॅ. द्विवेदी चिकित्सा क्षेत्र के माध्यम से समाज सेवा का कार्य निरन्तर करते रहते हैं। उनके इन्हीं प्रयासों से अनेक ऐसे जटिल रोगों से पीड़ित मरीज जो अन्य चिकित्सा प्रणाली से इलाज करा कर, थके हारे होम्योपैथी चिकित्सा को अन्तिम विकल्प के रूप में देखते हुये इलाज कराने आते हैं तथा उन्हें आशानुरूप परिणाम भी मिलता है और वे स्वस्थ होकर जिन्दगी का नया सफर शुरू करते हैं। निश्चित ही डाॅ. द्विवेदी का प्रयास अन्य चिकित्सकों के लिये प्रेरणादायी है।
हम ऐसी गंभीर बीमारी के बारे में लोगों को जागरुक करना चाहते हैं। यदि लोग शरीर में हिमोग्लोबीन की मात्रा बनाये रखें और नियमित रूप से हीमोग्लोबीन की जाँच करवाते रहें तो एनीमिया जनित अन्य बीमारियों से भी बच सकते हैं। विशिष्ट अतिथि डाॅ. भूपेन्द्र गौतम ने अपने स्वयं के अनुभव साझा करते हुये बताया कि, मैं स्वयं डाॅ. द्विवेदी के इस जादुई चिकित्सा से स्वस्थ हुआ हूँ। मुझे स्वास्थ्य सम्बन्धी जब भी कोई समस्या होती है, मैं डाॅ. द्विवेदी को दिखा, सिर्फ होम्योपैथी दवाईयों का सेवन करता हूँ। परिवार के अन्य सदस्यों को भी इस चिकित्सा पद्धति से इलाज के लिये प्रेरित करता रहता हूँ।