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24 साल बाद रक्षाबंधन पर बन रहा है खास संयोग, जानें शुभ मुहूर्त और विधि

24 साल बाद रक्षाबंधन पर बन रहा है खास संयोग, जानें शुभ मुहूर्त और विधि

श्रावण शुक्ल की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल पूर्णिमा की तिथि 11 अगस्त को सुबह 10:38 पर प्रारंभ होगी और 12:10 से बस 7:05 तक चलेगी. ज्योतिषियों के अनुसार रक्षाबंधन का यह पर्व बहुत ही शुभ संयोग में मनाया जाएगा. खास बात यह है कि इस दिन एक दुर्लभ योग बन रहा है जिसके कारण यह त्योहार और भी खास हो जाएगा.

रक्षाबंधन पर बन रहा है खास संयोग

ज्योतिषी गणना के मुताबिक भाई-बहन के अटूट प्रेम का यह त्यौहार अमृत योग में मनाया जाएगा. 24 साल बाद रक्षाबंधन के दिन यह संयोग बन रहा है.

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ऐसे मनाएं त्योहार

रक्षाबंधन के दिन थाली में रोली, चंदन, अक्षत, दही, रक्षा सूत्र और मिठाई रखें. साथ में घी का दीपक भी प्रज्वलित करें जिससे आप अपने भाई की आरती उतरेंगी. रक्षा सूत्र और पूजा की थाल को भगवान को समर्पित करें इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करवा कर बैठाएं. सबसे पहले तिलक लगाएं उसके बाद रक्षा सूत्र बांधा और आरती करें. ऐसा कहा जाता है कि उत्तर या पूर्व दिशा में मुख करके राखी बांधने से भाई पर आने वाले सारे संकट कल जाते हैं.

इन सब के बाद मिठाई खिला कर अपने भाई का मुंह मीठा करें और मंगल कामना ध्यान रहे रक्षा सूत्र बांधते समय भाई और बहन का से खुला नहीं होना चाहिए. रक्षा सूत्र बांधने के बाद माता पिता और गुरु का आशीर्वाद लें और बहन को सामर्थ्य अनुसार उपहार दें. ऐसी वस्तुएं उपहार में देनी चाहिए जो मंगलकारी हो. काले वस्त्र नशीली चीजें तीखी या नमकीन चीजें ना दें.

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