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DA Hike : महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत की वृद्धि, इस राज्य के कर्मचारी-पेंशनर्स को मिला तोहफा, 1 अप्रैल से लागू, मई से बढ़ेगा वेतन पेंशन

DA Hike

7th Cpc DA Hike : कर्मचारियों को एक बार फिर से बड़ी राहत दी गई है। दरअसल बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी कर्मचारी और पेंशन भोगियों के लिए महंगाई भत्ते को बढ़ाने का ऐलान कर दिया गया है।

बजट में कर्मचारियों पेंशनर्स के लिए उनके महंगाई भत्ते को तीन प्रतिशत से बढ़ाया गया है। त्रिपुरा के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में होने वाली तीन प्रतिशत की वृद्धि से उनके वेतन में बड़ा इजाफा देखा जाएगा। 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा।

अतिरिक्त 300 करोड रुपए का वित्तीय बोझ

DA वृद्धि के साथ ही महंगाई भत्ता 30% से बढ़कर 33% हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने सदन में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार के फैसले से राज्य शासन पर अतिरिक्त 300 करोड रुपए का वित्तीय बोझ भी देखा जाएगा।

त्रिपुरा की सरकारी कर्मचारी लंबे समय से महंगाई भत्ते की वृद्धि की राह देख रहे थे। भत्ते में बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे सरकारी कर्मचारी और वेतन भोगियों में सरकार के फैसले से खुशी की लहर है। त्रिपुरा के वित्त मंत्री प्रणजीत सिंह राय ने विधानसभा में 32423 करोड रुपए का बजट पेश किया है। इस दौरान महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा की गई है।

अप्रैल से होगा लागू

महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में बढ़ोतरी से वेतन और पेंशन की राशि अप्रैल महीने से बढ़ेगी और मई महीने में खाते में राशि बढ़ाकर भेजी जाएगी। इससे राज्य के 1 लाख 60 हजार से अधिक सरकारी कर्मचारी और 82 हजार पेंशन भोगियों को सीधा-सीधा लाभ मिलेगा। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक शाह ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कर्मचारियों के लिए इसकी घोषणा की है।

केंद्र के कर्मचारियों से 20% कम है DA

बतादे की वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को 53% महंगाई भत्ते का लाभ दिया जा रहा है जबकि त्रिपुरा के कर्मचारियों को अप्रैल महीने से 33% महंगाई भत्ता मिलेगा। ऐसे में अभी भी राज्य कर्मचारी का महंगाई भत्ता केंद्र के कर्मचारियों से 20% कम है। सीएम ने जल्दी इस अंतर को कम करने की बात कही है।

पिछले साल 5 प्रतिशत बढ़ा था DA

बता दे कि इससे पहले पिछले साल अक्टूबर नवंबर महीने में इनके महंगाई भत्ते में 5% की वृद्धि की गई थी। जिसके साथ ही महंगाई भत्ता 25 प्रतिशत से बढ़कर 30% किया गया था। इससे राज्य के खजाने पर 500 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय भार देखा गया था। अब इसमें तीन प्रतिशत की वृद्धि फिर से की गई है।

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