अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की विकास दर 6.5% रहने का अनुमान व्यक्त किया है। IMF के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक अपडेट में कहा गया कि भारत की अर्थव्यवस्था अगले दो वर्षों में इस दर से वृद्धि करेगी। हालांकि, IMF ने यह भी संकेत दिया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास दर अपेक्षाकृत धीमी रही है, जो औद्योगिक गतिविधियों में अपेक्षा से अधिक गिरावट के कारण है।
भारत सबसे तेज़ वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था
IMF releases its growth forecast for 2025. India to see the highest growth rate, which is 6.5%. The growth rate of the US is predicted at 2.7%, Germany: 0.3%, Italy 0.7%, Japan 1.1%, UK: 1.6%, Canada: 2.0%, China: 4.6%, Russia: 1.4%, Brazil: 2.2%, and South Africa 1.5%.
Source:… pic.twitter.com/bkNu6diW7Y
— ANI (@ANI) January 17, 2025
IMF के मुताबिक, 2025 और 2026 में भारत अन्य देशों से कहीं आगे रहेगा, और यह 6.5% की विकास दर से सबसे तेज़ दौड़ेगा। इस दौरान, अन्य देशों की तुलना में भारत की विकास दर सबसे अधिक रहने का अनुमान है। IMF ने बताया कि अमेरिका की विकास दर 2.7%, जर्मनी की 0.3%, इटली की 0.7%, जापान की 1.1%, ब्रिटेन की 1.6%, कनाडा की 2.0%, चीन की 4.6%, रूस की 1.4%, ब्राजील की 2.2% और दक्षिण अफ्रीका की 1.5% रहने की उम्मीद है। इसके विपरीत, भारत की अर्थव्यवस्था में एक स्थिर और तेजी से बढ़ने वाली रफ्तार बने रहने का अनुमान है।
भारत की अर्थव्यवस्था की चमक बनी रहेगी
IMF के विकास पूर्वानुमान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी चमक बनाए रखेगी। 2025 में, भारत अपनी 6.5% विकास दर के साथ पूरी दुनिया में सबसे तेज़ विकास करने वाला देश बनेगा। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि अमेरिका, जो विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और चीन, जो भारत का प्रमुख पड़ोसी है, दोनों भारत के मुकाबले पीछे रह जाएंगे।
विश्व बैंक का भारत पर भरोसा
यह केवल IMF नहीं, बल्कि विश्व बैंक ने भी भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती पर भरोसा जताया है। विश्व बैंक का कहना है कि भारत अगले दो वित्तीय वर्षों में 6.7% की विकास दर दर्ज कर सकता है। विश्व बैंक की ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ बढ़ेगी और वह अगले दो वर्षों तक दुनिया की सबसे तेज़ बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
भारत की ताकत और विश्व स्तर पर प्रभाव
भारत की लगातार मजबूत विकास दर से यह साफ़ है कि देश न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी आर्थिक शक्ति बढ़ाने में सफल हो रहा है। भारत का तेजी से बढ़ना न केवल उसकी आंतरिक आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करता है, बल्कि यह वैश्विक बाजारों पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था दुनिया के अन्य देशों के लिए एक प्रेरणा और अवसर बन रही है।