नई दिल्ली। मंगलवार को भारत अमेरिका ने सीमा पार से आतंकवाद के हर प्रारूप का कड़ा विरोध किया। वही, पाकिस्तान से कहा कि ”त्वरित, स्थायी अपरिवर्तनीय” कार्रवाई करे ताकि सुनिश्चित हो सके कि उसके नियंत्रण के क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के लिए नहीं हो। भारत-अमेरिका के ‘टू प्लस टू’ मंत्री स्तरीय वार्ता के तीसरे संस्करण में सीमा पार से आतंकवाद का मुद्दा उठा। वार्ता में भारत के पड़ोस उसके पार के भी तमात सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा हुई।
वही, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो रक्षा मंत्री मार्क टी. एस्पर के साथ वार्ता की। साथ ही, दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत में शीर्ष सैन्य एवं सुरक्षा अधिकारियों ने ने हिस्सा लिया। संयुक्त बयान में कहा गया कि, दोनों पक्षों ने आतंकवाद की कड़ी आलोचना की सीमा पार से आतंकवाद के हर प्रारूप की कड़ी निंदा की। साथ ही हिज्बुल मुजाहिद्दीन, अल-कायदा आईएसआईएस सहित सभी आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ समन्वित कार्यवाही पर भी बल दिया।
अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पियो, रक्षा मंत्री मार्क एस्पर के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जयशंकर ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, हमने स्पष्ट कर दिया कि सीमा पार आतंकवाद पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि, मंत्रियों ने पाकिस्तान से कहा कि वह त्वरित, स्थायी एवं अपरिवर्तनीय कार्यवाही करे ताकि सुनिश्चित हो सके कि उसके नियंत्रण वाले क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी हमले करने में नहीं हो इस तरह के हमले करने वालों पर तेजी से कार्यवाही करे जिनमें 26…11 मुंबई, उरी पठानकोट हमले के साजिशकर्ता शामिल हैं।
इसमें कहा गया कि, ”मंत्रियों ने आतंकवादी समूहों व्यक्तियों के खिलाफ प्रतिबंधों पर सूचना के आदान-प्रदान को लेकर भी प्रतिबद्धता जताई।”