नई दिल्ली: हिंदुस्तान को एक समय सोने की चिड़िया कहा जाता था। लेकिन कुछ गद्दारों ने लूट-लूटकर इसे पूरा खाली कर दिया। गौरतलब है कि देश पर कई आक्रमण हुए, वेदेशियों ने देश पर आक्रमण कर खजाना लूटा। लेकिन बाहरी आक्रमणकारियों से ज्यादा देश को देश में ही छिपे गद्दारों से नुक्सान हुआ है। यदि ये गद्दार उस समय देश के साथ गद्दारी ना करते तो आज भी भारत सोने की चिड़िया होता।
आज हम आपको कुछ ऐसे ही गद्दारों के बारे में बताने जा रहे है जिनके कारन आज देश इतना पिछड़ा हुआ है।
– मीर जाफर:
ब्रिटिश शासन के दौरान प्लासी की कुख्यात लड़ाई में मीर जाफर ने अपने ही राजा सिराजुद्दौला को धोखा दिया अंग्रेजों की मदद की। प्लासी के युद्ध के बाद ही भारत में ब्रिटिश राज की स्थापना की शुरुआत हुई थी। मीर जाफर की वजह से ही अंग्रेजो को भारत में पैर जमाने का मौका मिला।
हालांकि, अंग्रेजो ने हिन्दुस्तान के इस गद्दार को उसकी गद्दारी की सजा भी एक गद्दार से ही दिलवाई। अंग्रेजों ने मीर कासिम का सहारा लेकर मीर जाफर को मार डाला।
– राजा जयचंद राठौड:
पृथ्वीराज चौहान और कन्नौज के राजा जयचंद की कहानी तो हम सभी जानते है। दोनों के बीच दुश्मनी थी। जयचंद ने मोहम्मद गौरी के साथ मिलकर पृथ्वीराज से गद्दारी की थी। जयचंद ने दिल्ली की सत्ता हासिल करने के लिए मोहम्मद गौरी का साथ दिया और साथ मिलकर पृथ्वीराज को हरा दिया। जिसके बाद भारत पर इस्लामिक आक्रमणकारियों के आक्रमण बढ़ गए।
जयाजीराव सिंधिया-
जयाजीराव सिंधिया वो गद्दार है जिन्होंने रानी लक्ष्मीबाई से गद्दारी की थी। जयाजीराव सिंधिया ने अंग्रेजों के साथ मिलकर एक कूटनीति तैयार की। जयाजी राव ने रानी की उनकी ही सेना के खिलाफ भड़काया और जब अंगेजी सैनिकों के साथ रानी से लड़ने आई, तब ग्वालियर की बागी सेना ने रानी को अकेला छोड़ दिया।