नई दिल्ली। गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत की सुरक्षा के लिए अहम जोजिला सुरंग के निर्माण के लिए पहली ब्लास्टिंग की शुरुआत कर दे है। बता दे कि, यह सुरंग 14.15 किलोमीटर लंबी है और इस सुरंग की सहायता से श्रीनगर घाटी और लेह के बीच पूरे साल संपर्क बना रहेगा। वही, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने एक वर्चुअल समारोह में ‘ब्लास्ट’ के जरिये इसका शुभारंभ किया। वर्चुअल समारोह में उन्होंने कहा कि, यह भारत के लिए ‘गौरव का क्षण’ है। नितिन गडकरी ने कहा कि, इस परियोजना को नए सिरे से तैयार किए जाने से सरकारी खजाने को 4,000 करोड़ रुपये की बचत होगी। हालांकि, इसके लिए सुरक्षा और गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं किया गया है।
बता दे कि, यह परियोजना रणनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण साबित होती है, क्योंकि जोजिला पास श्रीनगर-कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। सर्दियों में भारी बर्फबारी के दौरान यह बंद रहता है। वही बता दे कि, अभी यह मार्ग वाहन चलाने की तरफ से यह दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में आता है। हालांकि, यह परियोजना भू-रणनीतिक दृष्टि से भी संवेदनशील है।
वही, सरकार का कहना है कि, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह सुरंग आधुनिक भारत के इतिहास की एक बड़ी उपलब्धि होगी। लद्दाख, गिलिगट और बाल्तिस्तान में देश की सीमा के पास भारी सैन्य गतिविधियों के मद्देनजर यह सुरंग देश की रक्षा की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण होगी। इससे जम्मू-कश्मीर में चौतरफा आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण में भी मदद मिलेगी। इस सुरंग की मदद से 3 घंटे का सफर घटकर 15 मिनट का हो जाएगा।
बता दे कि, राष्ट्रीय राजमार्ग-एक पर लगभग 3,000 मीटर की ऊंचाई पर जोजिला पास के नीचे 14.15 किलोमीटर लंबी इस सुरंग का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही 18 किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई जा रही है जो कि खराब मौसम और हिमस्खलन से सुरक्षित होगी।