India Smart City Contest : राज्य सरकार से 225 करोड़ मिले कम, फिर भी सबसे आगे रहा Indore

Share on:

शहरी विकास मंत्रालय की इंडिया स्मार्ट सिटी कांटेस्ट 2020 में इंदौर ने सात अवार्ड अपने नाम कर इतिहास रच दिया है। दरअसल, पहली बार इंदौर की स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कंपनी को एक साथ इतने अवार्ड मिले है। बताया जा रहा है कि इंदौर ने बीते छह साल में स्मार्ट सिटी मिशन के चलते करीब 161 प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं। वहीं अभी भी 40 प्रोजेक्ट पर काम लगातार जारी है।

बता दे, स्मार्ट सिटी के लिए 4000 करोड़ रुपये से ज्यादा के काम होना हैं, जिनमें से केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर एक हजार करोड़ रुपये की राशि देना है। इसके अलावा जो राशि बची है वो कंपनी प्रोजेक्ट में लगाएगी। जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार से 225 करोड़ रुपये अब तक इंदौर को नहीं मिले हैं। लेकिन फिर भी इंदौर ने सिटी अवार्ड श्रेणी में बेहतर प्रदर्शन कर ओवरआल विजेता का ताज पहना है।

इन चीज़ों में आगे है इंदौर –

इनोवेशन में भी आगे
इंदौर ओवरआल नंबर वन
सैनिटेशन में नंबर वन
स्वच्छता में चार बार जीता पुरस्कार

इसलिए इंदौर ओवरआल नंबर वन :

इंदौर स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ संदीप सोनी का कहना है कि मेरा मानना है कि इंदौर को मिले सात अवार्ड में कहीं न कहीं समग्र दृष्टि से तुलना की गई है। मसलन, किसी शहर के प्रोजेक्ट कैसे हैं, उनमें वैराइटी कितनी है, शहर कितनी तरह के नवाचार कर रहा है, सिटीजन इंगेजमेंट कितना है, एरिया बेस्ड डेवलपमेंट में कितने प्रोजेक्ट पूरे हुए हैं, उनमें कितना वैल्यू एडिशन हो रहा है।

साथ ही प्रोजेक्ट से जनता के जीवन स्तर में कितना सुधार आ रहा है, फंड का तेजी से उपयोग, टेंडरवर्क आर्डर की प्रक्रिया में तेजी आदि विषयों का भी बहुत फर्क है। रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, स्मार्ट रोड के मामलों में भी इंदौर ने बेहद कठिन कार्यों को अंजाम दिया है। कुल जमा इंदौर ने हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है और इसलिए वह नंबर वन है।