गलवान नदी से बदला रूख, पीछे हटने को मजबूर चीनी सेना

Akanksha
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लद्दाख: लद्दाख की गलवान घाटी पर भारत-चीन सीमा पर हालात तनावपूर्ण बने हुए है। चीनी सेना लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल से पीछे हटने को तैयार नहीं है। ऐसे में भारतीय सेना भी सीमा पर पूरी तरह से अलर्ट पर है ,वायुसेना के विमान लगातार निगरानी कर रहे है। इसी बीच खबर आई है कि चीनी सेना को वास्तविक नियंत्रण रेखा से पीछे हटना पड़ सकता है।

दरअसल जिस गलवान नदी के किनारे चीन की सेना खड़ी है, वहां बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट मुताबिक, गलवान नदी के तट पर चीनी सेना की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। चीन की सेना गलवान नदी के किनारे खड़ी है, यहां पानी का स्तर तट के काफी ऊपर तक पहुंच गया है।

आर्मी के एक सीनियर अधिकारी ने अखबार को बताया कि इस इलाके में तापमान बढ़ने से आसपास की पहाड़ियों के बर्फ लगातार पिघल रही हैं। इससे पानी का लेवल काफी ज्यादा बढ़ गया है। ऑफिसर ने ये भी दावा किया कि सैटेलाइट और ड्रोन से ली गई तस्वीरों से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि चीन ने जहां टेंट गाड़े थे वहां पानी भर गया है।

गलवान नदी अक्साई चिन क्षेत्र से शुरू होती है। 15 जून को इसी इलाके में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हो गए थे। कहा जा रहा है कि सैनिकों की जान गलवान नदी में गिरने से हुई। नदी का पानी इतना ठंडा था कि घायल सैनिकों ने तुरंत ही दम तोड़ दिया। भारत ने पूर्वी लद्दाख में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पुल का निर्माण गलवान नदी के ऊपर ही किया है, जिससे चीन की बौखलाहट सामने आई।