नई दिल्ली: लद्दाख में लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल पर हालत तनावपूर्ण होते जा रहे है। भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने है। चीन की हरकतों को देखते हुए भारतीय सेना अलर्ट रखा गया है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि तिब्बत बॉर्डर पर चीन ने सुखोई विमानों को तैनात कर दिया है। अब हमें प्रतिशोध के लिए तैयार रहना होगा।
गौरतलब है कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा लगातार भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ की कोशिश की जा रही है लेकिन भारतीय सेना के सामने इनकी कोशिशे नाकाम होती जा रही है। घुसपैठ की कोशिशों के बीच दोनों देशों के बीच सैन्य वार्ता भी जारी है। चार घंटे तक चली लंबी बैठक के दौरान चीनी अड़े रहे और उन्होंने पूर्वी लद्दाख से पीछे हटने से इनकार कर दिया।
इससे पहले, दिन में भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे चीन के साथ चल रहे सीमा गतिरोध के बीच सुरक्षा बलों की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा करने के लिए लद्दाख पहुंचे। दो दिवसीय दौरे पर जनरल नरवणे सुबह लेह पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।
जनरल एमएम नरवणे चीनी घुसपैठ प्रयासों को विफल करने के लिए रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारतीय क्षेत्रों में ताजा घुसपैठ के प्रयास किए हैं। दोनों देशों के सैन्य प्रतिनिधि तनाव को कम करने के लिए बातचीत में लगे हुए हैं।
दोनों देश पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चार महीने से आमने-सामने हैं। बातचीत के कई स्तरों के बावजूद तनाव को खत्म करने को लेकर कोई सफलता नहीं मिली है। इस दौरान गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। झड़प में चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबरें भी सामने आई हैं, मगर चीन ने चुप्पी साध रखी है।