लद्दाख: लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। सीमा पर चल रही तनातनी के बीच भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है। सेना चीन की किसी भी चाल का जवाब देने के लिए पूरी तरह सतर्क है। चीन की किसी भी चाल को अंजाम देने से पहले भारतीय सेना उसे नाकाम कर रही है। सूत्रों के मुताबिक़ भारतीय सेना ने दक्षिण पैंगोंग झील के पास सभी पहाड़ियों को अपने कब्जे में ले लिया है। इनमें ब्लैक टॉप भी शामिल है।
चीन की हरकतों के मद्देनजर भारत ने अपनी रणनीति में बदलाव भी किया है। अब भारत कूटनीतिक बातचीत के साथ एलएसी पर चीन के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाएग। सूत्रों के मुताबिक़, बातचीत की आड़ में चीन उन विवादित इलाकों पर कब्जा चाहता था, जहां नोमैंस लैंड बनाने पर सहमति बनी है।
चीन की चाल को भांपते हुए भारतीय सेना ने पहले ही अहम् चोटियों पर कब्जा कर अपनी स्थिति मजबूत करने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक़ सीमा पर स्थिति काफी तनावपूर्ण है। भारत ने चीन के क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया है लेकिन चीन हमारी पोस्ट पर हावी है।
उधर, पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ की ताजा कोशिश नाकाम रहने से चीन बुरी तरह बिलबिला उठा है। अब वह उल्टे भारत पर समझौतों के उल्लंघन करने का आरोप मढ़ने लगा है। भारत में चीन के दूतावास ने अपने विदेश मंत्रालय का राग अलापते हुए कहा है कि भारतीय सैनिकों ने 31 अगस्त को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का अतिक्रमण कर लिया।