भारत-चीन के मध्य चल रहे तकरार के बीच भारत को एक अच्छी खबर सुनने को मिली है। यह खबर LAC के करीब वाले इलाकें से आई है। दरअसल, दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बन रही सबसे लंबी सेला टनल जिसकी लम्बाई तकरीबन 13,000 फुट है, जिसका काम लगभग पूरा हो गया है। यह टनल डबल लेन वाली ये ऑल वेदर टनल (All weather tunnel) है, जो अरुणाचल प्रदेश के कामिंग और तवांग जिले को जोड़ेगी।
इस टनल का महत्व और बढ़ जाता है क्यूंकि यह एलएसी तक पहुंचने वाला एकमात्र रास्ता है। अरुणाचल प्रदेश के सर्द भरे मौसम में भी मजदुर और अधिकारी रात-दिन काम कर रहे है। 647 करोड़ की लागत से बन रही इस सुरंग का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है। इस सुरंग की मदद से अब भारतीय सेना चुटकी बजाते ही तवांग तक पहुंच जाएगी। इन्हीं सब कारणों की वजह से चीन और उसकी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी बौखला गई है।
सेला टनल का संपूर्ण कार्य बॉर्डर रोड आर्गेनाजेशन (बीआरओ) की देखरेख में किया जा रहा है। यह सुरंग पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक का बेहतर उदाहरण है। यह एक हद तक भारत की बाहरी और आतंरिक सुरक्षा में काफी फायदेमंद माना जा रहा है। दूसरी तरह भारतीय सेना की भी तवांग सेक्टर में शक्ति बढ़ेगी और वह बेहद कम समय में अग्रिम मोर्चे तक पहुंच सकती है। सूत्रों के मुताबिक ये माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी नए साल पर इसे देशवासियों को समर्पित कर सकते हैं।