भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बने और मजबूत, रेलवे के क्षेत्र में निभाई अहम भूमिका

Akanksha
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नई दिल्ली: बांग्लादेश सरकार के लिए भारत बहुत अहम भूमिका निभा रहा है साथ ही बांग्लादेश के आतंरिक विकास में भारत की भूमिका बढ़ी है। जोकि शेख हसीना सरकार को भारत की भूमिका महसूस होने लगी है। साथ ही भारत ने बांग्लादेश के साथ जो भी व्यापारिक समझौते हुए खासकर रेलवे के क्षेत्र में भारत ने जो भी मदद की उसके लिए बांग्लादेश शुक्रगुजार है।

बांग्लादेश के विदेशमंत्री डॉ ए.के. अब्दुल मोमेन का मानना है कि मोमेन इसे दोनों देशों के बीच रिश्ते का एक स्वर्णिम अध्याय हैं। बता दे कि भारत की ओर से बांग्लादेश को औपचारिक तौर पर दस ब्रॉडगेज लोकोमोटिव सौंपे गए है। इस मौके पर भारत और बांग्लादेश के विदेश और रेलवे मंत्रियों के साथ दोनों देशों के उच्चायुक्त और राजदूत भी मौजूद थे। जिसके दौरान एक समारोह में मोमेन ने कहा कि शेख हसीना और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में दोनों देशों ने तरक्की की इबारत लिखी है।

अक्टूबर 2019 में शेख हसीना भारत आई थी जिस दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नेबरहुड फर्स्ट निति के तहत बांग्लादेश को 10 डीजल लोकोमोटिव इंजन देने का वादा किया था, जिसे पूरा करके अब दोनों देश एक दूसरे के और करीब आ गए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए मोमेन ने बेनापोल पेट्रापोल रेलवे लिंक के जरिये व्यापारिक आवाजाही का रास्ता खोला और हमारे 50 कारगो बांग्लादेश पहंचने में सफल रहे। जिससे बांग्लादेश के विकास के रूके हुए कामों को आगे बढ़ाने में मदद मिली है और कोविड-19 के संकट के दौरान मदद सामग्री और दवाइयां मुहैया कराने में भारत की भूमिका बेहद उल्लेखनीय रही है। साथ ही रेलवे के क्षेत्र में भारत की ओर से बांग्लादेश को की जा रही मदद ने एक नई उम्मीद जगाई है।