नए साल के आगमन के साथ ही देश के उत्तरी राज्यों में सर्द ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। जिसकी वजह से राज्यों में ठिठुरन काफी बढ़ गयी है। कई शहरों में तापमान में गिरावट के साथ-साथ बारिश भी देखने को मिली है। जिसने एक बार फिर सर्द हवाओं का प्रकोप बढ़ा दिया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश से एक चौकाने वाली खबर सामने आयी है कि सर्दी के असर को कम करने के लिए अलाव जलने से यूपी के अमरोहा में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी है।
सर्दी का मौसम चल रहा है और इस दौरान सभी रात में खाना खा कर घर के बाहर, चौराहों पर अलाव या अंगीठी का उपयोग करते है। जिससे काफी हद तक ठण्ड का असर कम हो जाता है। मगर यदि हमने इसका सही इस्तेमाल नहीं किया तो जान से भी हाथ साफ़ करना पड़ सकता है। अलाव या अंगीठी के धुंए से मौत की खबर हम सुनते रहते है। इसका कारण यह है कि हम बंद कमरे में अंगीठी को जलाकर कई बार भूल जाते है और परिवार के सभी सदस्यों को नींद आ जाती है, जिससे यह धुआँ कमरे की गैस को जहरीली बना देता है और धुंए से दम घुटने से मौत तक हो जाती है।
कार्बन मोनोऑक्साइड का तैयार होना:
अलाव या अंगीठी का उपयोग करना कोई बुरी बात नहीं है। मगर इसका सही इस्तेमाल करना बेहद जरुरी है। अलाव या अंगीठी से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है जो एक हानिकारक गैस है। यह ऑक्सीजन के साथ मिलकर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम करता है। जिससे दम घुटने लगता है। इसीलिए हमें ज्यादा देर भी नहीं अलाव का उपयोग करना चाहिए। जब-जब भी इसका उपयोग करें घर के दरवाजे और खिड़कियां को खुला रखे। जिससे हानिकारक गैस घर से बाहर जा सके।