मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में हाल ही में एक विवादस्पद घटना सामने आई है। मंदिर समिति के कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं के कपड़े उतरवाने की कार्रवाई की, जो महाकाल का नाम और त्रिपुंड के साथ थे।
कपड़े उतरवाने की कार्रवाई
मंदिर में दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं ने महाकाल का नाम लिखा हुआ चड्ढा और टी-शर्ट पहना था। जब मंदिर कर्मचारियों ने इन कपड़ों को देखा, तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई की और श्रद्धालुओं से कपड़े उतरवा दिए। कर्मचारियों ने यह भी निर्देश दिया कि मंदिर में ऐसे कपड़े पहनकर न आएं।
मर्यादा बनाए रखने की अपील
मंदिर समिति का कहना है कि देवी-देवताओं के नाम वाले कपड़े पहनना मंदिर की मर्यादा के खिलाफ है। इसके मद्देनजर, मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सिखाया जा रहा है कि वे ऐसे कपड़े न पहनें। पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिनमें कहा गया है कि देवी-देवताओं की तस्वीर वाले कपड़े या सामान न खरीदें।
ड्रेस कोड की जरूरत
मंदिर के पुजारी ने बताया कि लंबे समय से ड्रेस कोड लागू करने की मांग की जा रही है। वे कहते हैं कि अक्सर लोग छोटे शॉर्ट्स और अनुचित कपड़े पहनकर मंदिर में आते हैं, जिससे धार्मिक भावनाओं को आहत किया जाता है। उनके अनुसार, इस पर रोक लगाना आवश्यक है ताकि मंदिर की पवित्रता और श्रद्धा बनी रहे।
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि धार्मिक स्थलों पर उचित ड्रेस कोड और मर्यादा बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।