U 20 Event : देश और दुनिया को स्वच्छता का नया पाठ पढ़ाने वाले इंदौर मैं U 20 बैठक का आयोजन किया गया जिसमें पूरे राज्य के लगभग 25 महापौर और देश के कई अधिकारी गण शामिल हुए। इन मेहमानों ने अपने शहर की खूबियों के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ इंदौर की स्वच्छता और यहां के कल्चर को जाना और अपने क्षेत्र में इसे लागू करने की बात कही।
ज्वाइंट सेक्रेट्री एंड मिशन डायरेक्टर स्मार्ट सिटी आईएएस कुणाल कुमार ने U 20 के आयोजन समारोह में कहा कि आने वाले 25 सालों में देश के भविष्य में शहरों का बहुत बड़ा योगदान रहेगा इसी चर्चा के लिए आज हम यहां एकत्रित हुए हैं। हमारे लिए यह बहुत जरूरी है कि हम नए तरीके अपनाए जिसकी मदद से हम अर्बन गवर्नमेंट की व्यवस्था के लिए आने वाले नए चैलेंज और अपॉर्चुनिटी को समझ सके। हमारे देश में अगले 25 साल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे देश में आने वाले 25 सालों में नए 200 करोड़ लोगों से नया शहरीकरण होगा यह लोग शहर में बसेंगे।
वर्तमान समय में लगभग 50 करोड़ लोग शहरों में रहते हैं। और यह संख्या अगले 25 सालों में बढ़ेगी। जो संख्या पिछले 100 सालों में बड़ी है वह 25 सालों में होना तय है। उन्होंने कहा कि हमें इसलिए इकोनामिक ग्रोथ बहुत तेजी से चाहिए होगी वही हमे शहरों को प्रमोट करने की क्षमता बढ़ानी होगी। इस समय हमें आठ गुना इन्वेस्टमेंट करने की जरूरत है। जो जनता हमें विजन देती है अगर उसे पूरा नहीं कर पाए तो सिस्टम ऐसा होना चाहिए कि वह सीधे अधिकारियों या अपने प्रतिनिधियों से जवाब मांग सके।
इसी के साथ आईएएस नीरज मंडलोई प्रिंसिपल सेक्रेट्री यूडीएचडी एमपी ने कहा कि आज शहर की गति विस्फोटक गति पर पहुंच गई है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। बात अगर शहर की होती है तो तीन-चार मुद्दे सामने आते हैं इंक्लूसिव गवर्नेंस और इंक्लूसिव डेवलपमेंट हमेशा हमें रास्ता दिखाता है। जिसमे हर वर्ग को साथ लेकर शहर का विकास करने का मार्ग दिखाता है शहरीकरण की परिभाषा ऊंची बिल्डिंग नही लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं हैं । हम जो भी कदम उठाएं उसमे इस बात को सुनिश्चित करे कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति पर इस चीज का प्रभाव रहेगा।
हमें हमारे काम में परिवर्तन लाना होगा जिसमें अकाउंटेबिलिटी और ट्रांसपेरेंसी जरूरी है। हमने मध्य प्रदेश में अकाउंटेबिलिटी और ट्रांसपेरेंसी को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। और यह सब मेहनत और टेक्नोलॉजी संभव हुआ है। टेक्नोलॉजी के बिना बेहतर गवर्नेंस नहीं हो सकती है। टेक्नोलॉजी हमे चैलेंज और सुविधाओं को अटेंड करने में मदद करता है। इसी के साथ उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को लेकर कहा कि हम जो भी पॉलिसी बना है उसमें एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को ध्यान में रखना होगा पर्यावरण सरंक्षण का मतलब खुली जमीन और पौधे लगाना नहीं है यह हमारी मुख्य प्रायोरिटी होनी चाहिए।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर में शहर के डेवलपमेंट के लिए नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। पहले भी जी-20 के सम्मेलन विश्व में हुआ करते थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसे विश्व व्यापक बना दिया गया है आजकल हर तरफ इसकी बात होने लगी है तब से लेकर अब तक इन आयोजनों को लेकर एक नया वातावरण बन गया है। उन्होंने शहर के बारे में कहा कि जिस रफ्तार से हम आगे बढ़ रहे हैं उसी रफ्तार से नए चैलेंज आज हमारे सामने है।
और उनको पूरा करने के लिए हमें अभी से प्रयास करने होंगे। 2047 में जब हम अमृत काल महोत्सव मनाएंगे समय तक भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करेगा उस दौरान भारत के विकास में हमारे शहरों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसी के साथ कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद अहमदाबाद के महापौर किरित कुमार जे परमार ने अहमदाबाद के कार्यों और वहां के नए प्रयोगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने U 20 के आयोजन के लिए अहमदाबाद के चयन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया वही इंदौर की स्वच्छता की सराहना की।
इस मौके पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि हमने अपनी स्वच्छता की ताकत पर पूरे देश को अपनी और आकर्षित किया है। जब देश के दूसरे शहरों में कोई नया काम करने के बारे में सोचा जाता है तब तक इंदौर उस नवाचार को कर देता है। 2050 में देश की आधी आबादी शहरों में रहने वाली है। वर्तमान समय में स्वच्छता इंदौर का जो ब्रांड बना है। उसके दम पर दुनिया की यूनिवर्सिटी और कई कंपनी को अपनी ओर आकर्षित किया है।
इंदौर स्वच्छता के साथ-साथ हर नवाचार में देश में सबसे अव्वल है। उन्होंने इंदौर के नवाचार में एक उदाहरण देते हुए कहा कि इंदौर में नर्मदा का पानी लाने के लिए साल में तीन सौ करोड़ का खर्च आता है इसके लिए हमने सोलर प्लांट लगाने की प्लानिंग की और ग्रीन बॉन्ड लेकर आए इसके लिए 300 करोड़ की जगह हमें 700 करोड़ से ज्यादा का इन्वेस्ट प्राप्त हुआ। देश के कई शहरों के लोगों ने इंदौर के विकास के लिए इन्वेस्टमेंट किया है हमारे स्वच्छता के मॉडल ने देश को एक धागे में बांधने का काम किया है। हमने ई बजट के तहत 6 लाख से ज्यादा का प्रिंटिंग खर्च बचाया है वही ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हमने कितने पेड़ों को कटने से बचाया है।