MP Weather Forecast Update Today: प्रदेश के मौसम में बारिश का अटखेलियों का सिलसिला लगातार क्रमबद्ध जहां है। कल अर्थात शुक्रवार को भी कई जिलों में वर्षा हुई। वहीं छिटपुट जिलों से मेघों के डेरा डाले रहने का दौर बरकरार हैं। इधर राजधानी भोपाल समेत कई जगहों पर कड़कड़ाती हुई धूप निकली। जिसके चलते सुबह के टेंपरेचर में मामूली वृद्धि देखने को मिली हैं।
असल में रात्रि के पारे में कमी आने के प्रबल संकेत दिखाई पड़ रहे हैं। जहां हिल स्टेशन पचमढ़ी में टेंपरेचर 12.2 डिग्री सेल्सियस के पार निकल गया हैं। भले ही प्रदेश में वर्षा हुई हो, लेकिन अब कुछ एक वेदर सिस्टम ऐसे हैं जो एक्टिव नहीं हुए है, जो मौसम को प्रभावशील कर सके। यहां मौसम स्पेशलिस्ट ने मीडिया रिपोर्ट्स से बात करते हुए स्पष्ट किया है कि बादल छटने के चलते अब रात्रि के पारे में भी भारी कमी आ सकती है। उन्होंने बताया कि साल के आखिरी महीने दिसंबर की 11 तारीख से प्रदेश में न्यू वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण उत्तर भारत में पहुंचने की वजह से पुनः वेदर में परिवर्तन देखा जा सकेगा।
कल अर्थात कल की भांति बीते 24 घंटे के बीच सीधी में 11.4 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड हुई। इसके अतिरिक्त उमरिया, मलाजखंड, पचमढ़ी, रीवा, सतना, नरसिंहपुर, शिवानी, खजुराहो, जबलपुर, मंडला, सागर और नौगांव में भी रिमझिम वर्षा हुई।
मेघ छंटने के बाद छाएगा भीषण कोहरा
मौसम कार्यालय ने प्रदेश में घने कोहरे को लेकर भविष्यवाणी जारी कर दी है। जहां मौसम कार्यालय का मानना है कि प्रदेश के अधिकतर जिलों में स्काई साफ होने के बाद तेज धुआं आम जनजीवन के लिए समस्या उत्पन्न कर सकता है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-चंबल, रीवा संभाग के जिलों में छिटपुट जगहों पर विकराल रूप से घना या सामान्य कोहरा डेरा डाले रह सकता है। इसके साथ ही अधिक से अधिक पारा गिरने के संकेत उजागर किए गए हैं।
प्रदेश में अत्यंत कम पारा
आपको बता दें कि सागर में 12.2 डिग्री सेल्सियस, राजगढ़ में 13, ग्वालियर में 13.3, गुना में 13.4, रायसेन में 14.1, भोपाल में 15.6, इंदौर में 16.8, जबलपुर में 15.7 डिग्री सेंटीग्रेड कम से कम टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया हैं। इधर मौसम विशेषज्ञों ने सैटरडे मॉर्निंग में भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, जिलों में छिटपुट इलाकों में आंधी और कोहरे के साथ वृष्टि और वज्रपात होने का अंदेशा जताया है।
इसके अतिरिक्त बाकी अन्य बचे तमाम जिलों का वेदर साफ बना हुआ रह सकता है। वहीं ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों और भोपाल, सिंगरौली, सीधी, रीवा, शहडोल, डिंडोरी, कटनी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में छिटपुट जगहों से लेकर भीषण काली चादर देखने को मिल सकती हैं। मौसम कार्यालय ने अंदेशा व्यक्त करते हुए बताया है कि आगामी 24 घंटे के बीच टेंपरेचर में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की भारी कमी भी आ सकती है।
सर्दी का होगा आगाज
यहां प्रदेश के कई जिलों में देर रात्रि हुई मामूली वर्षा के बाद सर्दी का भीषण कहर और भी अधिक हो गया है। जहां वर्षा रुकी तो कोहरे का प्रभाव भी और अधिक दुगुना होगा। इसके चलते अधिकतर वाहन लेट लतीफी के साथ प्रस्थान और आगमन कर रहे है। इधर कड़कड़ाती सर्दी में पर्यटक औऱ खास तौर पर छोटे- छोटे बच्चों के लिए ये सर्दी का दौर संकट बना हुआ हैं। वहीं मौसम कार्यालय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते आगामी दिनों में वर्षा हो सकती है। मौसम कार्यालय ने दोनों राज्यों के लिए मिचौंग तूफान (Michong Storm) के भयंकर प्रभाव के चलते अलर्ट घोषित कर दिए हैं।
वर्षा के साथ चलेगी सर्द हवाएं
दरअसल मौसम स्पेशलिस्ट ने सैटरडे यानी की आज भी प्रदेश के कई भागों में वर्षा और घने कोहरे की चादर छाने का अंदेशा जताया है। सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, शहडोल जिलों में कुछ जगहों पर वर्षा हो सकती है। जबकि नर्मदा पुरम, बैतूल, रीवा, सतना, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, जिलों, में भी कहीं जल के साथ बूंदाबांदी हो सकती हैं। वहीं, प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा भी छा सकता है। सिंगरौली, सीधी ,अनूपपुर, शहडोल जिला में छिटपुट स्थानों पर आकाशीय बिजली और वज्रपात की स्थिति कायम हो सकती है।