बंगाल की खाड़ी में पहले से सक्रिय गहरा अवदाब (डीप डिप्रेशन) अब लो प्रेशर एरिया में बदल गया है। यह मौसम प्रणाली 6 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से आगे बढ़ रही है। इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में ग्वालियर क्षेत्र की ओर बढ़ने की संभावना है। यह सिस्टम 17 सितंबर की दोपहर तक ग्वालियर, दतिया, भिंड, शिवपुरी और श्योपुर क्षेत्रों में पहुंच सकता है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
कोलकाता के पास गहरा अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है, जो उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर प्रभाव डाल सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस मौसम प्रणाली के कारण सोमवार से उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना है। विशेष रूप से रीवा, शहडोल, और सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। अन्य क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नर्मदापुरम और रीवा में क्रमशः तीन मिलीमीटर और दमोह में एक मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, वर्तमान में कोलकाता के पास गहरा अवदाब का क्षेत्र सक्रिय है। मानसून द्रोणिका फिरोजपुर, पटियाला, शाहजहांपुर, बलिया से होते हुए गहरे अवदाब के क्षेत्र तक पहुंची हुई है और बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पर एक चक्रवात बन चुका है। गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात सक्रिय है, जबकि पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में देखा जा रहा है।
इन जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना
पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि गहरा अवदाब का क्षेत्र अपेक्षाकृत धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। मंगलवार तक इस मौसम प्रणाली के कमजोर होने की संभावना है और यह झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ सकती है। सोमवार को गहरे अवदाब के प्रभाव से रीवा, शहडोल, और सागर संभाग के जिलों में भारी से मध्यम वर्षा की संभावना है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मंगलवार से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आ सकती है।