उषानगर इन्दौर स्थित, म.प्र. के सबसे भव्य, सबसे सुंदर महा चर्चित व चैतन्य मंदिर, श्री महालक्ष्मी मंदिर व न्यास के अध्यक्ष श्री राजकुमार राठौर ने बताया कि श्री महालक्ष्मी मंदिर के 23 वें वर्ष में मंदिर पर 5 दिवसीय दीपावली महोत्सव 10 नवंबर धनतेरस से 14 नवंबर भाई दूज तक धूमधाम से मनाया जाएगा। इन पॉंच दिनों में करीब 3 लाख दर्शनार्थी श्री महालक्ष्मी मंदिर के दर्शन करेंगे। प्रथम दिवस धनतेरस को मंदिर पर महालक्ष्मीजी अश्वरथ पर विराजित होकर दर्शन देंगी व कल्प वृक्ष के दर्शन होंगे एवं कुबेर पूजा होगी। द्वितिय दिवस रूप चतुर्दशी को महालक्ष्मीजी, जड़ी बूटियों व इत्र से स्नान करके महाकमल पर विराजित होकर दर्शन देंगी।
तृतीय दिवस दीपावली को महालक्ष्मीजी रजत महल में विराजित होकर दर्शन देंगी। दीपावली को सुूबह 8 बजे महापूजा होगी व 9 बजे महाआरती होगी एवं रातभर दर्शन खुले रहेंगे। चतुर्थ दिवस महालक्ष्मीजी को 156 भोग लगेंगे जिसके भव्य दर्शनों का लाभ भक्तगण शाम 5 बजे से लेंगे व सुबह 10 बजे से मंदिर पर गोवर्धन पूजा होगी। पंचम दिवस महालक्ष्मीजी का शाही चुनरी में श्रृंगार होगा व माताजी की वरण की हुई साड़ियों व अभिमंत्रित श्री यंत्रों का सशुल्क वितरण होगा और 5 दिवसीय दीपावली महोत्सव का समापन होगा।
पॉंचो दिन मंदिर पर अलग-अलग तरह की प्रसादी का वितरण होगा। महोत्सव अन्नपूर्णा के श्री विश्वेश्वरानंदगिरीजी महाराज व दत्त माऊली संस्थान के श्री अण्णा महाराज के सानिध्य में व पंडितद्वय सर्वश्री पं दिनेशजी शर्मा व पं नरेन्द्रजी शर्मा की टीम एवं सर्वश्री गिरधरजी शर्मा, कैलाशजी सोनी, महेशजी तोतला, भेरूलालजी पोरवाल, श्यामरावजी शिंदे, गोविंदजी भूतड़ा, मोहनजी राठौर, श्यामजी शर्मा, रामचरणजी, पवनजी, संतोषजी आदि के सहयोग से संपन्न होगा। मंदिर में पॉंच दिवस में से किसी भी एक रात को भाग्यशाली भक्तों को उल्लू के जोड़े के दर्शन भी होते हैं, जिसे देखने के लिये हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ती है।