मध्य प्रदेश में भी दिखा किसान आंदोलन का प्रभाव, किसान नेता ने कहा- किसानों की मांगें नहीं मानी तो, हम पीछे नहीं हटेंगे

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देश में किसानों का आंदोलन और विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर शुरू हो चूका है। किसानों का यह आन्दोलन काफी दिनों से चल रहा था। मगर, अब उन्होंने दिल्ली में संसद का घेराव करके विरोध जताने की तैयारी की है। दिल्ली और आस-पास के क्षेत्र में यह आंदोलन सभी फसलों की MSP पर खरीद की गारंटी के कानून समेत अन्य मांगों को लेकर किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश में दिखा असर:

इस आंदोलन का असर अब कई दूसरे राज्यों में भी देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश में भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई जिलें जैसे ग्वालियर, मुरैना, भिंड, जबलपुर और गुना में किसानों ने आंदोलन के समर्थन में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर किसान नेताओं ने कहा कि जरूरत पड़ी तो दिल्ली भी जाएंगे। जेल जाने के लिए भी तैयार है।

राज्य महासचिव अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया:

ग्वालियर में मध्य प्रदेश किसान महासभा के राज्य महासचिव अखिलेश यादव ने कहा कि जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती, हम पीछे नहीं हटेंगे। जरूरत पड़ी तो अंचल से हजारों किसान दिल्ली जाएंगे। शहर की सब्जी मंडियों में आज किसानों ने सब्जी व फूल नहीं भेजे हैं। इसके साथ मुरैना और गुना में भी किसानों का विरोध प्रदर्शन देख प्रशासन ने क्षेत्र में पुलिस फाॅर्स बढ़ा दी है।

बता दें कि पंजाब से दिल्ली कूच कर रहे किसानों ने आज देश बंद का ऐलान किया है। लेकिन माना जा रहा है कि इसका असर शहरी क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा। किसानों ने इस बंद के दौरान कई घंटे तक हाइवे और एक्सप्रेसवे बंद रखने का ऐलान किया है। इसके साथ ही इस बंद की वजह से सब्जी फल और दूध की सप्लाई भी बाधित हो सकती है। हालांकि, पंजाब से दिल्ली कूच कर रहे किसानों के जत्थे को हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने रोक रखा है।