IMD alert: देश में अप्रैल माह के साथ गर्मी का आगमन भी हो चूका है। देश के ज्यादातर राज्यों में इस वक़्त तापमान बढ़ रहा है। हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ दिनों में उत्तर-पूर्वी राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश की संभावना है।
लू आमतौर पर मार्च से जून तक चलती है, कभी-कभी जुलाई तक फैल जाती है। जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप तापमान में वृद्धि और लंबे समय तक तीव्र गर्मी की लहरें दुनिया भर में आम होती जा रही हैं। भारत भी जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अनुभव कर रहा है, हर साल हीटवेव की आवृत्ति और तीव्रता में वृद्धि हो रही है। इन गर्म लहरों का मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं।
‘इन राज्यों में हीटवेव जारी’
इस वर्ष के पूर्वानुमान के रूप में, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को उन राज्यों की एक सूची जारी की, जो अप्रैल और जून के बीच हीटवेव से सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है। सूची में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, केरल, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। IMD के अनुसार, अप्रैल में आंध्र प्रदेश, सौराष्ट्र-कच्छ, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों को दो से आठ दिनों (सामान्य एक से तीन दिनों के मुकाबले) तक चलने वाली हीटवेव के दौर से प्रभावित होने की सबसे अधिक संभावना है।
‘कुछ राज्यों में वर्षा का अनुमान’
IMD की रिपोर्ट में अगले तीन महीनों में सामान्य चार से आठ दिनों की तुलना में 10 से 20 दिनों के बीच हीटवेव की घटनाओं की महत्वपूर्ण संभावना का संकेत दिया गया है। प्री-मॉनसून स्थितियों के कारण कई क्षेत्रों में औसत से कम वर्षा होने का अनुमान है, जिससे शुष्कता और पानी की कमी बढ़ जाएगी, जिससे इस गर्मी में तापमान बढ़ने की उम्मीद है। कुछ क्षेत्रों, जैसे कि महाराष्ट्र में अकोला और राजस्थान में फलोदी, में पिछले सप्ताह अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया।