इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन ने आज रोले ऑफ़ सुपरवाइज़र्स इन शॉप फ्लोर पर मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में एन्हांसिंग प्रोडक्टिविटी, क्वालिटी, सेफ्टी एवं ओवरऑल ऑर्गनाइजेशन पर फॉरमेंस को बढ़ाने में प्रभावी सुपरविजन के महत्व पर जोर दिया गया।
इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध HR विशेषज्ञ, अनिल मलिक स्पीकर थे, जिन्होंने इंडस्ट्री में 44 से अधिक वर्षों के अपने इनवैलुएबल इनसाइट्स और अनुभव साझा किए। मलिक की ह्यूमन रिसोर्सेज मैनेजमेंट और लेबर लॉज़ में विशेषज्ञता ने प्रतिभागियों को अपनी सुपरवाइजरी रोल्स में एक्सेल होने के लिए प्रैक्टिकल स्ट्रेटेजीज प्रदान कीं।
मुख्य बिंदु:
शॉप फ्लोर पर सुपरवाइज़र्स की भूमिका आवश्यक है। अपनी अलग-अलग रोल्स का प्रभावी ढंग से मैनेजमेंट करके और अपने सबऑर्डिनेट्स के साथ जुड़कर, सुपरवाइज़र्स अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ा सकते हैं, सेफ्टी और क्वालिटी मेंटेन कर सकते हैं और एक पॉजिटिव और क्लैबोरेटिव वर्क एन्वायरनमेंट को बढ़ावा दे सकते हैं।
सुपरवाइज़र्स के एम्पावरमेंट और डेवलपमेंट में इन्वेस्टमेंट करना ज़रूरी है ताकि मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस में सफलता और स्थिरता बनी रहे। लीडरशिप और डेडिकेशन के माध्यम से, सुपरवाइज़र्स बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में, सुपरवाइज़र्स के लिए वर्कमेन से जुड़ना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे एक सकारात्मक वर्क एन्वायरनमेंट बनता है, संवाद बढ़ता है, उत्पादकता में वृद्धि होती है, सुरक्षा सुनिश्चित होती है, निरंतर सुधार संभव होता है और एक कैपेसिटिव टीम का निर्माण होता है। वर्कमेन के साथ स्ट्रांग रिलेशन बनाकर, सुपरवाइज़र्स एक मोटिवेटेड, इंगेज्ड, और एफिशिएंट वर्कफोर्स तैयार कर सकते हैं जो मैन्युफैक्चरिंग संचालन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
फैक्ट्री में काम चलाने के लिए सुपरवाइज़र का काम बहुत ज़रूरी है। उन्हें कई तरह के काम करने होते हैं। वे कंपनी की तरफ से काम करते हैं और सभी समस्याओं का हल निकालते हैं। उनका काम है कि फैक्ट्री का काम सही तरीके से, बिना किसी हादसे के और जल्दी-जल्दी हो।
इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन के इस प्रशिक्षण में अफसरों को बताया गया कि आज के समय की फैक्ट्रियों में काम कैसे चलाया जाता है। अगर अफसर अपने काम करने वालों के साथ अच्छे से रहेंगे और अपना काम अच्छे से करेंगे तो फैक्ट्री का काम भी अच्छा होगा। इस कार्यक्रम में मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी ने पार्टिसिपेंट्स को गवर्नमेंट ने क्या-क्या किया और क्या गवर्नमेंट पॉलिसीज़ ऑन स्किल्ड एम्प्लॉयमेंट के बारे में बताया।