IIM इंदौर ने ब्रिक्स में किया सहयोग को मजबूत, रूस और ब्राज़ील के विश्वविद्यालयों से किए समझौते

Shivani Rathore
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ब्रिक्स देशों में अपने विस्तारित होते अकादमिक नेटवर्क को मजबूत करते हुए, आईआईएम इंदौर ने हाल ही में दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। पहला एमओयू रूस के सेंट पीटर्सबर्ग स्थित एचएसई यूनिवर्सिटी के साथ किया गया है। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने एचएसई यूनिवर्सिटी की अपनी यात्रा के दौरान एचएसई यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. एना तायशेत्स्काया के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर एचएसई यूनिवर्सिटी के रेक्टर डॉ. निकिता अनिसिमोव भी मौजूद रहे।

प्रो. राय ने कहा कि आईआईएम इंदौर और एचएसई यूनिवर्सिटी के बीच साझेदारी अकादमिक उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा देने के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है। ‘हाल ही में एचएसई यूनिवर्सिटी की मेरी यात्रा और एक शानदार समारोह में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना एक अद्भुत अनुभव रहा। स्पष्ट है कि यहाँ जॉइंट रिसर्च, जॉइंट अकादमिक प्रोग्राम्स और फैकल्टी और स्टूडेंट एक्सचेंज के लिए अच्छे अवसर हैं’, उन्होंने कहा। इसके अतिरिक्त, दोनों संस्थान इंटेलेक्चुअल नॉलेज एक्सचेंज के लिए व्याख्यान, सम्मेलन और सेमिनार आयोजित करेंगे।

लगातार रूस के शीर्ष विश्वविद्यालयों में शुमार, एचएसई यूनिवर्सिटी को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में सभी रूसी विश्वविद्यालयों में 6वां स्थान दिया गया है। यह पूर्वी यूरोप और यूरेशिया में शिक्षा और अनुसंधान में अग्रणी है। इसके उत्कृष्ट कार्यक्रम और अनुसंधान इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित संस्थान बनाते हैं। प्रो. राय ने कहा, ‘एचएसई यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी करके, हमारा लक्ष्य एक-दूसरे की विशेषताओं का लाभ उठाना और अपने स्टूडेंट्स और फैकल्टी के लिए प्रभावशाली शैक्षिक अवसर उत्पन्न करना है।’

डॉ. एना तायशेत्स्काया ने कहा, ‘हम आईआईएम इंदौर के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं। यह संस्थान अपनी अकादमिक उत्कृष्टता और नवाचार के लिए जाना जाता है। पिछले साल नवंबर में आईआईएम इंदौर की हमारी यात्रा ने हम पर एक अमिट छाप छोड़ी। इससे इस सहयोग की क्षमता में हमारे विश्वास को और मजबूत किया।’ साझा लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए, हम ज्ञान के आदान-प्रदान और अकादमिक उत्कृष्टता के नए अवसर ढूँढने और शिक्षा और अनुसंधान के भविष्य को आकार देने के लिए आईआईएम इंदौर के साथ मिलकर काम करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

जॉइंट प्रोग्राम्स की पेशकश से छात्रों को सीखने के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे और वैश्विक दृष्टिकोण में विस्तार होगा। ये कार्यक्रम समकालीन चुनौतियों का समाधान खोजने और छात्रों को तेजी से बदलती, परस्पर जुड़ी इस दुनिया में कामयाब होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए डिज़ाइन किए जाएंगे।

डॉ. निकिता अनिसिमोव ने कहा, ‘आईआईएम इंदौर और एचएसई यूनिवर्सिटी के बीच ज्ञान और शोध के आदान-प्रदान से नवाचार और खोज के नए रास्ते खुलेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य वेलनेस और मेंटल हेल्थ पर केंद्रित शोध करने के लिए मिरर लैब स्थापित करना है। साथ मिलकर, हम जटिल वैश्विक मुद्दों से निपटने के तरीकों की पहचान कर सकते हैं और अपने-अपने क्षेत्रों की उन्नति में योगदान दे सकते हैं।’

आईआईएम इंदौर के दो विद्यार्थी 10 जून से 15 जून, 2024 तक स्टूडेंट्स वीक के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में एचएसई यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे। वे बिजनेस एंड इकोनॉमिक्स और सोशल साइंसेज ट्रैक में भाग लेंगे, शीर्ष-स्तरीय पाठ्यक्रमों और रूस के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक की समृद्ध संस्कृति का अनुभव लेंगे। उनका पूरा खर्च एचएसई यूनिवर्सिटी उठाएगा, जिसमें ट्यूशन, आवास और यात्रा शामिल है। स्टूडेंट्स वीक के पूरा होने पर, प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र मिलेगा जो एचएसई यूनिवर्सिटी-सेंट पीटर्सबर्ग में प्रवेश के लिए विशेषाधिकार प्रदान करेगा।

दूसरा समझौता ज्ञापन फंडाकाओ डोम कैब्राल, ब्राजील (एफडीसी) के साथ हस्ताक्षरित किया गया है। इस समझौता ज्ञापन पर प्रो. राय के साथ-साथ एफडीसी की वाइस डीन प्रो. रोसिलिया दास मर्सेस मिलग्रेस ने हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन में स्टूडेंट और फैकल्टी एक्सचेंज, जॉइंट रिसर्च के लिए सहयोग और शिक्षा और प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले अनुसंधान और शैक्षिक डेटा का आदान-प्रदान भी शामिल है।

एफडीसी के साथ सहयोग के बारे में अपना उत्साह व्यक्त करते हुए, प्रो. राय ने कहा, ‘एफडीसी अपनी अकादमिक उत्कृष्टता और व्यावसायिक शिक्षा के लिए अभिनव दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है। यह अपने ओपन एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम्स के लिए फाइनेंशियल टाइम्स रैंकिंग 2024 में 5वें स्थान पर है। आईआईएम इंदौर ने इस साल शानदार शुरुआत करते हुए, एफटी रैंकिंग की इसी श्रेणी में सभी आईआईएम की सूची में तीसरा और विश्व स्तर पर 61वां स्थान हासिल किया है। यह सहयोग हमारे अकादमिक प्रयासों को बढ़ाने और हमारी सांस्कृतिक समझ और वैश्विक जुड़ाव को गहरा करने का वादा करता है’।

प्रो. मिलग्रेस ने समझौता ज्ञापन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘हम भारत के अग्रणी बिजनेस स्कूलों में से एक और प्रतिष्ठित ट्रिपल क्राउन मान्यता प्राप्त करने वाले वैश्विक स्तर पर 100 स्कूलों में से एक – आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग करके प्रसन्न हैं। यह साझेदारी हमारे छात्रों को भारतीय संस्कृति और व्यावसायिक वातावरण के बारे में अमूल्य जानकारी प्रदान करेगी।’ उन्होंने कहा कि स्टूडेंट और फैकल्टी एक्सचेंज हमारे अकादमिक प्रस्तावों को महत्वपूर्ण रूप से बेहतर बनाएंगे और ग्लोबल एक्सपोज़र को बढ़ावा देंगे।

ये सहयोग वैश्विक शैक्षणिक एकीकरण की दिशा में आईआईएम इंदौर की यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करते हैं, जो ब्रिक्स देशों में इसकी भागीदारी का महत्व दिखाते हैं। आईआईएम इंदौर ने पहले से बैपटिस्ट यूनिवर्सिटी, हांगकांग, चीन के साथ साझेदारी की है । अब रूस में एचएसई यूनिवर्सिटी और ब्राजील में एफडीसी के साथ इन नए समझौता ज्ञापनों के साथ, आईआईएम इंदौर परिवर्तनकारी शैक्षिक अनुभवों और अभूतपूर्व रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।