IIM इंदौर ने किया एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड के साथ LOI पर हस्ताक्षर

Share on:

भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) का उद्देश्य प्रासंगिक बने रहना और दुनिया की बेहतरी के लिए हर संभव पहल और उपाय करना है। कोविड महामारी का सभी पर प्रभाव पड़ा है। न सिर्फ अर्थव्यवस्था बल्कि विनिर्माण, आतिथ्य, पर्यटन, शिक्षा सहित हर एक क्षेत्र महामारी के प्रकोप से प्रभावित हुआ है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र ने हमेशासे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और महामारी के समय पिछले दो वर्षों से तो यह क्षेत्र निरंतर अद्भुत भूमिका अदा कर रहा है। प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में आमूलचूल प्रगति, और स्वास्थ्य सेवा, दवा और दवा उद्योगों द्वारा इसका अनुकूलन वर्तमान परिस्थितियों में वरदान सिद्ध हुआ है।

ALSO READ: गोकुलदास हॉस्पिटल में डिजिटल ब्रॉडबैंड MRI मशीन, बेहतर होगा इलाज

आईआईएम इंदौर ने समाज की बेहतरी में योगदान देने के लिए इस बार स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक कदम उठाया है; और एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड के साथ एक आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए हैं। एलओआई पर 12 अक्टूबर, 2021 को आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय और एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड के कंट्री प्रेसिडेंट श्री गगनदीप सिंह ने हस्ताक्षर किए।

प्रो. हिमांशु राय ने कहा कि एलओआई का उद्देश्य आपसी शैक्षणिक-उद्योग साझेदारी के माध्यम से बेहतर और मजबूत स्वास्थ्य सेवा वितरण सेवाओं के विस्तार और स्थापना में योगदान करना है। ‘आईआईएम इंदौर हमेशा अपने आसपास के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए योगदान देने के तत्पर रहा है, और इसका एक बड़ा घटक स्वास्थ्य है। हम एक स्वस्थ भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसलिए, हम स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हमारे समर्थन और योगदान के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ सहयोग करके प्रसन्न हैं।”उन्होंने कहा कि यह सहयोग आधुनिक प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के विशेष तत्व जैसे बिग डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कम्युनिकेशन, जीआईएस, वीडियो एनालिटिक्स, नॉलेज एंड इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम और लीन एंड एजाइल तकनीकों में अनुसंधान उपकरणों और सुविधाओं के संयुक्त उपयोग पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा, ‘हम बातचीत, सेवा सुधार, सोशल मीडिया प्रबंधन, प्रामाणिक और समावेशी नेतृत्व विकास आदि जैसे प्रबंधकीय पहलुओं को भी इसमें शामिल करेंगे।’

आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, श्री गगनदीप सिंह ने कहा कि आईआईएम इंदौर ‘ट्रिपल क्राउन’ मान्यता प्राप्त करने वाले भारत के तीन शीर्ष बी-स्कूलों में से एक है। ‘हमें आईआईएम इंदौर के साथ आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने और इसके प्रतिभाशाली संकाय सदस्यों के साथ अनुसंधान और परियोजनाओं पर कार्य करने की खुशी है। पारस्परिक रूप से लाभकारी विषयों पर शोध अध्ययन प्रकाशित करने के अलावा, सहयोग का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था में मौजूदा पहचान, निदान और उपचार व्यवस्था की समीक्षा करना भी है। हम सिस्टम को और मजबूत करने के लिए आईआईएम इंदौर की टीम की बेहतरीन सिफारिशों के लिए तत्पर हैं’, उन्होंने कहा।

आईआईएम इंदौर और एस्ट्राजेनेका स्वास्थ्य और नवाचार तक पहुंच में सुधार के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य, सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति, सार्वजनिक / निजी स्वास्थ्य संगठनों के क्षेत्रों में अनुसंधान और प्रकाशन, कौशल विकास और जागरूकता कार्यक्रम भी मिलकर आयोजित करेंगे।

सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य नीतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किए गए इस सहयोग में कई परियोजनाएं शामिल हैं। प्रो. हिमाँशु राय के नेतृत्व में प्रो. स्नेहा थपलियाल और प्रो. सायंतन बनर्जी, फैकल्टी, आईआईएम की टीमतीन साल के लिए वैध इस एलओआई के लिए इन परियोजनाओं पर काम करेगी।