आईआईएम इंदौर ने किया आईआईटी इंदौर के साथ एमओयू

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इंदौर : भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर (आईआईटी इंदौर) ने 14 सितंबर, 2020 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए । आईआईएम इंदौर और आईआईटी इंदौर के बीच यह पहला समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य शहर के दो प्रमुख संस्थानों के शैक्षणिक सदस्यों, छात्रों और अनुसंधान समूहों के बीच संबंधों को मजबूत, और बढ़ावा देना है । एमओयू पर आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमाँशु राय और आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर नीलेश कुमार जैन ने हस्ताक्षर किए ।

दोनों संस्थान आम हितों के प्रस्तावित ढांचे पर काम करने और संसाधनों को साझा करने के लिए, संयुक्त परामर्श और अनुसंधान के लिए सहमत हुए हैं । दोनों संस्थान एआई, एनालिटिक्स और प्रौद्योगिकी जैसे उभरते क्षेत्रों में संयुक्त कार्यक्रमों की पेशकश करने की योजना बना रहे हैं, साथ ही इन्क्यूबेशन सेंटर, स्टार्ट-अप्स और सेंटर फॉर एक्सीलेंस के लिए एक साथ काम करके उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेंगे । संस्थान छात्र और संकाय विनिमय को भी बढ़ावा देंगे और सामाजिक कल्याण के लिए गतिविधियों को प्रोत्साहित करेंगे।

आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि यह समझौता 21 वीं सदी के व्यवसायों के लिए अत्याधुनिक प्रबंधन विशेषज्ञता प्रदान करने वाले आईआईएम इंदौर की प्रतिष्ठा में काफी इजाफा करेगा। “आईआईएम इंदौर और आईआईटी इंदौर के आपसी तालमेल दोनों संस्थानों को भारत में और विश्व स्तर पर न केवल छात्रों, शिक्षकों और व्यवसायों को भारी मूल्य-वृद्धि प्रदान करने की अनुमति देगा, बल्कि यह तकनीकी और प्रबंधन सीखने के लिए नए दृष्टिकोण भी लाएगा, जिनके लाभ व्यापक शिक्षा और उद्योग में फायदेमंद होंगे”, उन्होंने कहा ।

प्रोफेसर जैन ने भी एमओयू का स्वागत किया और कहा कि यह पहली बार होगा जब आईआईएम इंदौर और आईआईटी इंदौर ने आधिकारिक रूप से सहयोग किया है। “यह हमारे छात्रों को विभिन्न कार्यक्रमों, अनुसंधान, प्रदर्शनियों, आदि के लिए एक साथ समन्वय करने में मदद करेगा।” उन्होंने कहा कि यह हमारे संकाय को प्रबंधन और इंजीनियरिंग दोनों के क्षेत्र में संयुक्त शोध करने के लिए प्रोत्साहित करेगा ।

इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य शिक्षकों और छात्रों को शैक्षिक गतिविधियों जैसे प्रदर्शनियों, व्याख्यान, सम्मेलनों, संगोष्ठियों और कार्यशालाओं में भाग लेने और पारस्परिक लाभ के लिए अनुभवों और विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है। आईआईएम इंदौर भविष्य में ऐसे कई और उपयोगी सहयोगों की उम्मीद करता है ।