बेहतर रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एकजुट हुए आईआईएम इंदौर और एक्सेंचर

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इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईआईएम इंदौर और एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (एक्सेंचर) ने सहयोग किया है। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय और एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की पूर्णकालिक निदेशक सुश्री एम्मा जिंदल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य रिसर्च और शिक्षा के क्षेत्र को नया रूप देना है। इसके अंतर्गत दोनों संस्थान मिल कर एजुकेशन सेक्टर में अपने-अपने हिस्से की विशेषज्ञता का योगदान देंगे और नए विचारों को पेश करेंगे।

प्रो. हिमाँशु राय ने कहा, “एक्सेंचर के साथ रिसर्च और इनोवेशन की इस यात्रा की शुरुआत करना हमारे लिए खुशी की बात है। आईआईएम इंदौर में हम नॉलेज शेयरिंग के तहत एक्सेंचर के साथ विभिन्न विषयों पर बातचीत की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं। हम दोनों मिलकर जॉइंट रिसर्च भी करेंगे और इसके माध्यम से हमारा लक्ष्य दुनिया की व्यावसायिक चुनौतियों का समाधान करना है। हम समस्याओं को समझकर नवाचार के पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान करेंगे। आईआईएम इंदौर इस सहयोग के तहत फैकल्टी एक्सचेंज भी करेगा।

इस प्रकार संस्थान अपनी अकादमिक क्षमता और रिसर्च की योग्यता का भरपूर उपयोग करेगा। उन्होंने कहा, हम जॉइंट लेक्चर और डिस्कशन सेशन भी आयोजित करेंगे और साथ ही जॉइंट रिसर्च के लिए संभावित विषयों पर चर्चा करेंगे। हमारा प्राथमिक लक्ष्य इनोवेशन को बढ़ावा देना है, जो उन सभी चुनौतियों का समाधान जिनका उद्योग सामना कर रहे हैं। इसकी शुरुआत हम समस्याओं को समझने और उनका मूल्यांकन करने से करेंगे। ये सहयोग संस्थान की उद्योग अंतर्दृष्टि, विशेषज्ञता और ज्ञान का लाभ उठाएगा, और महत्वपूर्ण विषयों की गहरी समझ में भी योगदान देगा।

एम्मा जिंदल ने कहा कि एक्सेंचर प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग करने के लिए उत्साहित है। उन्होंने कहा, “हम अपनी विशेषज्ञता को आईआईएम इंदौर के साथ साझा करने और थ्योरी और प्रैक्टिकल के बीच अंतर को पाटने वाले जॉइंट प्रोग्राम्स तैयार करने के लिए तत्पर हैं। ऐसे प्रोग्राम्स बनाएँगे जो विद्यार्थियों को वास्तविक व्यावसायिक क्षेत्र से जुडी समस्याओं को समझने में और उनका समदन खोजने में सक्षम बनाए। हम आईआईएम इंदौर के साथ चर्चा के माध्यम से उद्योग अंतर्दृष्टि, विशेषज्ञता और वैश्विक ज्ञान का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कंपनी सामान्य हित के क्षेत्रों में जॉइंट रिसर्च प्रोग्राम्स के लिए विचार भी सुझाएगी।

दो साल के लिए वैध, यह एमओयू कई प्रकार के फायदे पेश करेगा। यह विद्यार्थियों के शैक्षणिक अनुभव को बढ़ाएगा और पेशेवरों के विविध दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, यह सहयोग एक गतिशील नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र बनाएगा और इस प्रकार पारस्परिक रूप से दोनों संस्थानों के लिए रुचि वाले क्षेत्रों में ज्ञान का विस्तार करेगा जिससे सभी को लाभ मिलेगा। ये फायदे भारत और अन्य देशों के लिए अभूतपूर्व समाधानों और समृद्ध शैक्षणिक अनुभवों का मार्ग प्रशस्त करेंगे।