जोड़ों के दर्द को लम्बे समय तक नज़र अंदाज करना बड़ी बीमारी को दे सकता है दस्तक : अविनाश मंडलोई

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इंदौर(Indore) : व्यस्तता भरी जिंदगी में हर दिन हमारे शरीर के जॉइंट्स काफी हद तक दबाव को सहन करते हैं। ऐसे में हम सभी के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना जरूरी हो जाता है, ताकि हमारे जोड़े यानि जॉइंट्स स्वस्थ्य बने रहें और हमारा शरीर सुचारु रूप से काम करता रहे। ऐसे में हड्डियों को स्वस्थ रखने का सबसे सटीक उपाय है रोजाना एक्सरसाइज़ करना तथा संतुलित आहार का सेवन करना। ऐसा कहना है अविनाश मंडलोई, अटेंडिंग कंसल्टेंट- ऑर्थोपेडिक्स, इंस्टिट्यूट ऑफ मुस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर्स एंड ऑर्थोपेडिक्स, इंदौर का। डॉक्टर का कहना है कि लोगों के लिए व्यस्त दिनचर्या के चलते जोड़ों के दर्द को बैलेंस करना काफी मुश्किल हो गया है, लेकिन फिर भी यह नामुमकिन नहीं है। उचित देखरेख इससे निजात दिला सकती है।

जोड़ों में दर्द होने के कारण

जोड़ो में दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों का घिसना (अर्थराइटिस), कमजोर हड्डियाँ, गठिया, इंफेक्शन, कमजोरी, कुपोषण या किसी विशेष मुद्रा में बैठे रहने से थकान, संक्रमण, चोट या मोच आदि।
तुरंत परामर्श बचा सकता है बड़ी समस्या से जोड़ों में तेज दर्द, जोड़ों को मोड़ने में समस्या और चलते समय लचक महसूस या दिक्कत महसूस होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। यदि लक्षण दिखाई देने के शुरूआती समय में ही परामर्श कर लिया जाए, तो भविष्य में होने वाली बड़ी समस्या से बचा जा सकता है।

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कमजोर, गर्म या सूजे हुए जोड़, जोड़ों में अकड़न महसूस होना, जोड़ों का चटकना, हाथों, गर्दन, कंधों, कूल्हों, घुटनों या जोड़ वाले किसी अन्य हिस्‍सों में तेज दर्द हो। साथ ही जब आराम करने, मालिश करने या सूजन-रोधी दवाओं को खाने के बाद भी दर्द कम या खत्म नहीं हो रहा हो, तब लापरवाही किए बिना डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद जरुरी हो जाता है। यही उचित समय है, जब डॉक्टर की सलाह ली जाना चाहिए।

कैल्शियम है गुणकारी

कैल्शियम हड्डियों और लिगामेंट की सेहत को बनाए रखने के लिए एक्सीलेंट मिनरल यानी खनिज है। साथ ही यह ब्लड फ्लो और मसल्स रिफ्लेक्सिस को भी कंट्रोल करता है। जब भोजन के माध्यम से कैल्शियम की जरूरत पूरी नहीं होती है, तो शरीर में समस्याएँ पनपने लगती हैं। इसकी कमी से कमजोर हड्डियों के कारण ऑस्टियोपोरोसिस भी हो सकता है। कैल्शियम डेयरी और गैर-डेयरी स्रोतों जैसे दूध और दूध उत्पादों, जैसे- पनीर या दही के माध्यम से प्रदान किया जा सकता है। साथ ही पत्तेदार सब्जियों, तिल, पालक, पका हुआ सोयाबीन और सूखे अंजीर जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करके भी कैल्शियम को प्राप्त कर सकते हैं।

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जोड़ों के दर्द कम करने के उपाय

रोजाना एक्सरसाइज़ करें और जोड़ों को स्ट्रेच करें। इससे जोड़ों में रक्त प्रवाह सुधरता है और दर्द कम होता है। शरीर का वजन कंट्रोल करके भी जोड़ों के दर्द को कम किया जा सकता है, कारण यह है कि ज्यादा शारीरिक वजन के कारण जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है और दर्द बढ़ने लगता है। शरीर में डिहाइड्रेशन के कारण भी जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है, इसलिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीएँ।

Source : PR