कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को तमिलनाडु में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो भारत का संविधान बदल देगी। उन्होंने आगे पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें केवल देश की वित्त प्रणाली पर एकाधिकार रखने की परवाह है।
भाजपा की आलोचना करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी के सांसदों ने खुले तौर पर कहा है कि अगर वे केंद्र में सत्ता में बने रहे तो ष्वे संविधान बदल देंगे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि जबकि बाकी दुनिया पहले भारत को लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में देखती थी; अब उसका मानना है कि भारत का लोकतंत्र अब लोकतंत्र नहीं रहा।
प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मोदी को एकमात्र चीज की परवाह है। इस देश के वित्त और संचार प्रणाली (मीडिया के संदर्भ के रूप में देखा जाता है) पर उनका एकाधिकार है। उन्होंने कहा कि देश को आज एक वैचारिक लड़ाई का सामना करना पड़ा। एक तरफ सामाजिक न्याय, स्वतंत्रता और समानता की विचारधारा है, जिसके समर्थक सुधारवादी नेता पेरियार ई वी रामासामी जैसे प्रतीक हैं और दूसरी तरफ आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के विचार हैं।
गांधी ने आगे आरोप लगाया कि पीएम मोदी और उनकी पार्टी एक राष्ट्र, एक नेता और एक भाषा की विचारधारा के लिए खड़ी है। राहुल गांधी ने राज्य के युवाओं को प्रशिक्षुता प्रदान करने और 30 लाख रिक्त सरकारी नौकरी पदों को भरने के लिए कानून बनाने का वादा किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर सत्ता में आए तो इंडिया ब्लॉक तमिलनाडु में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कठोर कार्रवाईष्करेगा।
इस दौरान पेरियार, सीएन अन्नादुरई, कामराज और एम करुणानिधि समेत तमिलनाडु के नेताओं की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, आपने देश के बाकी लोगों को दिखाया है कि सामाजिक न्याय के रास्ते पर कैसे चलना है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि तमिलनाडु में भारत जोड़ो यात्रा शुरू की गई।