मुंबई। आइडिया सेल्युलर लि. के शेयर होल्डर्स ने आइडिया-वोडाफोन विलय को हरी झंडी दे दी है। इसके अलावा मीटिंग में कंपनी को पंद्रह हजार करोड़ रुपए डिबेंचर से जुटाने की मंजूरी भी दे दी है।
जानकारी के अनुसार आइडिया वोडाफोन का मर्जन जून तक पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन अभी इसमें एक माह का समय और लग सकता है। विलय के बाद नई कंपनी का नाम आइडिया वोडाफोन हो जाएगा। डिबेंचर के माध्यम से जुटाई जाने वाली राशि से दोनों कंपनी का कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा।
इधर, सूत्रों का कहना है कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट आइडिया और वोडाफोन से ग्यारह हजार करोड़ रुपए की मांग कर सकता है और इसमें कुछ शर्त भी जोड़ सकता है। यदि ऐसा हुआ तो दोनों कंपनियां इसको कोर्ट में चुनौती दे सकती है। इधर टेलीकॉम डिपार्टमेंट भी कानूनी राय ले रहा है। इसमें बड़ा मुद्दा स्पेक्ट्रम के लिए एक मुश्त चुकाई गई राशि का है। हालांकि सबकुछ सामान्य रहा तो एक माह में दोनों कंपनियों का विलय हो जाएगा।