टेस्ट क्रिकेट में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में हैं ICC, 2027 से लागू होगा नया सिस्टम

srashti
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इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) टेस्ट क्रिकेट को और भी रोमांचक बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। ICC अब टेस्ट क्रिकेट को दो डिवीजन में बांटने पर विचार कर रहा है, जिसका उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बनाना है। इस प्रस्तावित बदलाव से बड़े क्रिकेट देशों के बीच ज्यादा मुकाबले देखने को मिलेंगे। यह बदलाव 2027 के बाद लागू किया जाएगा, जब फ्यूचर टूर प्रोग्राम (FTP) का नया संस्करण शुरू होगा।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद लिया गया निर्णय

हाल ही में खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शानदार मुकाबला देखने को मिला था। इस सीरीज में रिकॉर्ड दर्शकों की संख्या ने एक नया इतिहास रचा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट मैचों की इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद जीत हासिल की। इस ऐतिहासिक सीरीज में ऑस्ट्रेलिया में रिकॉर्ड 837,879 दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे, जो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए सबसे ज्यादा दर्शक संख्या रही। इस रिकॉर्ड के बाद, ICC ने टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को और भी आकर्षक बनाने के लिए यह नया सिस्टम लागू करने का फैसला किया है।

ICC का नया सिस्टम क्या है?

ICC का नया सिस्टम 2027 के बाद लागू होगा, जिसके तहत टेस्ट क्रिकेट को दो डिवीजन में बांटा जाएगा। इसके अनुसार, भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड जैसी प्रमुख टीमों को एक डिवीजन में रखा जाएगा, ताकि ये टीमें आपस में ज्यादा मुकाबले खेल सकें।

नई डिवीज़न व्यवस्था का क्या होगा असर?

इस प्रस्तावित नए सिस्टम के तहत 2027 के बाद टेस्ट क्रिकेट को दो डिवीज़न में बांटने का विचार है।

  • पहला डिवीज़न: इसमें क्रिकेट की प्रमुख ताकतवर टीमें जैसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, और न्यूजीलैंड को रखा जाएगा। इन टीमों के बीच अधिक मैच और प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। इन टीमों के बीच खेलने के कारण टेस्ट क्रिकेट में और भी रोमांच होगा।
  • दूसरा डिवीज़न: इस डिवीज़न में बांग्लादेश, अफगानिस्तान, आयरलैंड और जिम्बाब्वे जैसी टीमें शामिल हो सकती हैं, जिन्हें टेस्ट क्रिकेट में अभी तक बड़ी सफलता नहीं मिली है। इन टीमों के लिए यह एक अवसर हो सकता है, लेकिन साथ ही उन्हें अपने स्तर को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

टॉप टीमों के बीच बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा

इस नए सिस्टम का मुख्य उद्देश्य यह है कि शीर्ष टीमों के बीच ज्यादा मुकाबले हों, जिससे खेल में प्रतिस्पर्धा बढ़े और दर्शकों को और भी रोमांचक मैच देखने को मिलें। इसके तहत, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज जैसी टीमों को निचले डिवीजन में रखा जाएगा। इस बदलाव के बाद टॉप टीमों के मुकाबले अधिक होंगे, जबकि निचले डिवीजन की टीमों को केवल अपने स्तर के मुकाबलों तक ही सीमित रहना होगा। हालांकि, इस प्रस्तावित सिस्टम में टीमों के प्रमोशन और रीलेगेशन (नीचे गिरने) का सिस्टम होगा या नहीं, इस पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं आई है।