IAS Success Story: लगातार तीन बार फेल हो जाने के बाद भी नहीं मानी हार, IRS सेवा छोड़कर बनें IAS अधिकारी

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देश और दुनिया की सबसे कठिन परीक्षााओं में से एक है UPSC, जिसे क्रैक करना हर किसी की बात नहीं है। जिसे क्रैक करने के लिए कड़ी मेहनत और जूनून की जरुरत होती है। मन में अगर दृढ़ निश्चय हो तो जीवन की हर परीक्षा में उत्तीर्ण होना सरल हो जाता है। लाखों बच्चें इस एग्जाम को देते है लेकिन कुछ उम्मीदवार ही इस कठिन परीक्षा को पास करने में सफल होते है।

उन्हीं सफल उम्मीदवारों में से एक है जुनैद अहमद। यह सिविल सेवा परीक्षा साल 2018 टॉपर रहें है। इनकी कहानी हर एवरेज छात्र के लिए काफी प्रेरणादायक है। काफी उमीदवार अपने शुरूआती दौर में असफल हो जाने के बाद इस एग्जाम से अपना मुँह मोड़ लेते है। मगर कुछ उमीदवार है जो लगातार असफलता के बाद भी लड़ते रहते है और अंत में सफलता को प्राप्त कर लेते है। उन्हीं में से एक जुनैद अहमद।

जुनैद अहमद की पढाई:

जुनैद अहमद ने अपनी 12वीं तक की शुरूआती पढ़ाई अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से की थी। इसके बाद वह ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के लिए इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी गए। स्कूली शिक्षा से लेकर ग्रेजुएशन तक उनका पढ़ाई में कुछ खास मन नहीं लगता था। इसी वजह से उनका रिजल्ट हमेशा 60% के आस-पास रहता था।

जुनैद के 10वीं और 12वीं की परीक्षा में लगभग 60 प्रतिशत अंक ही आए थे। जुनैद अहमद ने यह साबित कर दिखाया की एक एवरेज स्टूडेंट भी यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) में सफल होकर आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन सकता है।

पांचवे प्रयास में आईएएस अफसर:

जुनैद अहमद उन सभी उम्मीदवारों के लिए एक उदहारण है जो शुरूआती असफलता के बाद ही हार मान जाते है। जुनैद ने यह साबित किया है कि लगातार प्रयास किया जाए तो सफलता मिल जाती है। जुनैद भी अपने शुरूआती तीन प्रयासों में फ़ैल हो गए थे। मगर उन्होंने हार नहीं मानी और अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर 352 रैंक हासिल की जिससे उन्हें आईआरएस सेवा मिली।

मगर जुनैद आईएएस अफसर बनना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने एक बार और प्रयास किया और अपने पांचवे प्रयास में 3वीं रैंक हासिल कर आईएएस सेवा को ज्वाइन किया। इसी के साथ इन्होने अपने आईएएस अफसर बनने के सपने को पूर्ण किया।