इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों, महिला अपराधों एवं नशे के दुष्परिणामों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के कड़ी में साइबर पाठशाला के इस महाअभियान की 100वीं कार्यशाला के तहत कल दिनांक 08.05.23 को सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर) इंदौर निमेष देशमुख, इंदौर पुलिस की ट्रेनिंग एवं अवेयरनेस सेल की टीम के साथ में, एनसीसी ग्रुप इंदौर की 9 एमपी बटालियन के संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे।
एल.एन.सी.टी. कॉलेज इंदौर के ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित, एनसीसी की 9 एमपी बटालियन के संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित लगभग 500 कैडेट्स को इंदौर पुलिस की टीम ने वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों, इनके करने के तरीके तथा इनसे किस प्रकार बचा जाए आदि के संबंध में विस्तृत रूप से बताया। साथ ही उन्हें विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड और सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके अपराधी किस प्रकार हमें फंसाते हैं यह बताते हुए इनसे बचने के लिए सावधानीपूर्वक इनका इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी देते हुए, अपनी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति से शेयर ना करने के संबंध में समझाइश भी दी गई।
टीम द्वारा सभी कैडेट्स से वर्तमान परिवेश में जो नशे की गिरफ्त में लोग आते जा रहे हैं उस को ध्यान में रखते हुए उन्हें नशे के दुष्परिणामों आदि के संबंध में जानकारी देते हुए, सभी को नशे से दूर रहने एवं नशा मुक्त भारत बनाने की शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज अत्री, डिप्टी कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण भारतीय , कैंप एडजेेंट मेजर डॉक्टर संजय सोहनी,कैप्टन डॉ अविनाश यादव, एनसीसी अधिकारी नीलम शर्मा, फर्स्ट ऑफिसर मुरलीधर खोड़े, सूबेदार साजी एस विशेष रूप से उपस्थित रहें। जिन्होंने इंदौर पुलिस के सामाजिक जनचेतना के इस अभियान की जमकर सराहना की गई।
– इंदौर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे हैं, “साइबर अवेयरनेस अभियान” के तहत वर्ष 2022 से अभी तक कुल 210 कार्यशालाओं के माध्यम से, 29,000 से ज्यादा लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया है ।
– वर्ष 2023 में अभी तक साइबर पाठशाला की 100 कार्यशालाएं आयोजित की जा चुकी है और यह आगे भी निरंतर जारी रहेगी।