भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पहलवान विनेश फोगट के लिए समर्थन जताया है, जो खेलों से अयोग्यता के खिलाफ अपनी अपील पर फैसले का इंतजार कर रही हैं। बुधवार को 50 किग्रा वर्ग में अपने फाइनल से पहले विनेश का वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया था, जिसके चलते उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) के एड-हॉक डिवीजन में अपनी अयोग्यता के खिलाफ अपील दायर की है। उनकी अपील पर फैसला भारतीय समयानुसार रात 9:30 बजे आने की संभावना है।
नीरज चोपड़ा का समर्थन और उम्मीद
नीरज चोपड़ा, जिन्होंने लगातार दो ओलंपिक खेलों में पदक जीते हैं—टोक्यो में स्वर्ण और रजत पदक—ने विनेश के प्रति अपनी उम्मीदें व्यक्त की हैं। चोपड़ा का कहना है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि विनेश पदक जीतेगी और लोग उसकी उपलब्धियों को न भूलें। उन्होंने कहा, “अगर वह पदक जीतती है, तो यह बहुत अच्छा होगा। अगर चीजें वैसी नहीं हुईं जैसी अपेक्षित थी, तब भी उसे याद रखना चाहिए कि उसने क्या किया।”
चोपड़ा का संदेश: “लोग उसे न भूलें”
पीटीआई के अनुसार, 26 वर्षीय चोपड़ा ने ‘इंडिया हाउस’ में संवाददाताओं से कहा कि विनेश की उपलब्धियों को भुलाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज लोग कह सकते हैं कि वह हमारी चैंपियन है, लेकिन कुछ दिनों बाद वे भूल जाएंगे। अगर ऐसा न होता, तो पदक कोई मायने नहीं रखता। इसलिए, मुझे उम्मीद है कि उसे पदक मिले या न मिले, लोग यह न भूलें कि उसने देश के लिए क्या किया।”
नीरज चोपड़ा की एथलेटिक्स में अद्वितीय उपलब्धि
नीरज चोपड़ा को टोक्यो में स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में एक विशेष स्थान प्राप्त है। वह ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट हैं, और उनका टोक्यो स्वर्ण भारतीय खेलों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जाता है। चोपड़ा की यह समर्थन भावना विनेश फोगट के लिए एक सशक्त संदेश है, जो खेल और परफॉर्मेंस के महत्व को दर्शाता है।