नई दिल्ली। देश में चल रहे नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अनोलन अभी भी जारी है। जिसके चलते आज हुए भारत बंद के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद किए जाने पर राजनीति शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पूरे मामले में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ये सब बीजेपी ने ही करवाया है ताकि केजरीवाल भारत बंद के दौरान निकल न सकें। सीएम केजरीवाल ने इस मामले में कहा कि, ”मैं आज आंदोलन में शामिल होना चाहता था, लेकिन शायद उन्हें इस बारे में पता चल गया।” वहीं दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले को निराधार बताया है।
बता दे कि, सोमवार को सुबह 10 बजे केजरीवाल अपने सरकारी निवास से निकल कर सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे थे और वहां बैठे आंदोलन कर रहे किसानों के प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों का हाल जाना और केंद्र सरकार से नए कृषि कानून वापस लेने को कहा। वही, रात 12:30 बजे के करीब केजरीवाल वापस अपने आवास पहुंचे, लेकिन यहां पहले से ही मौजूद बीजेपी कार्येकर्ताओं ने केजरीवाल की गाड़ी रोक कर जमकर नारेबाजी की। केजरीवाल 40 मिनट तक अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे। वही, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल को इस शर्त पर अंदर जाने दिया कि, वो उनसे मुलाकात का समय देंगे।
I had planned that today I would go to the border not as CM but as a common man to express my solidarity with the farmers. I think they came to know about my plan and they did not let me go: Delhi CM Arvind Kejriwal https://t.co/6TOwmcOP4Z pic.twitter.com/vp7YY7QFww
— ANI (@ANI) December 8, 2020
जिसके बाद MCD के तीनों जोन के मेयर मुख्यमंत्री आवास के बाहर MCD के 13 हजार करोड़ बकाया रकम देने के मुद्दों पर धरना दे कर बैठ गए और रात भर वहीं रहे। वही, आज सुबह 8:30 बजे आदेश गुप्ता और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा भी इन तीनों मेयर का साथ देने धरना स्थल पर पहुंच गए।
मंगवार सुबह से ही किसानों के मुद्दे पर देश भर में विपक्षी पार्टियों ने भारी बंद का आह्वान किया था और आम आदमी पार्टी भी उसमे शामिल थी। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सुबह सड़को पर दिखने लगे। सुबह 10 बजे आप के प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा कि, दिल्ली पुलिस ने BJP के इशारों पर केजरीवाल को पिछले 24 घंटे से हाउस अरेस्ट कर लिया है।
वही, सुबह 11 बजे दिल्ली पुलिस के उत्तरी जिले के डीसीपी एन्टो अल्फोंसे ने इस आरोप को खंडित किया, और 12:30 बजे नॉर्थन रेंज के स्पेशल सीपी लॉ एंड आर्डर सतीश गोलचा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आप के सभी आरोप को निराधार और झूठा बताया। जिसके थोड़ी देर बाद एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पूरे काफिले के साथ पश्चिम विहार के रेडिसन ब्लू होटल में जाते हुए नजर आए। वही, दिल्ली पुलिस ने उसके बाद कहा कि, मुख्यमंत्री केजरीवाल अपने घर से अंदर बाहर जाने के लिए पूरी तरह आजाद है और कल रात को अपने घर बाहर जाते हुए नजर भी आए हैं।
दिल्ली पुलिस वीडियो जारी करके यह बताने की कोशिश कि, उन्होंने केजरीवाल को किसी तरह हाउस अरेस्ट नही किया है और लगातार घोषणा करती रही कि जिस भी शख्स को मुख्यमंत्री से मिलना है उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय का अपॉइंटमेंट दिखाना होगा। लेकिन दोपहर होते ही आप के नेता और कार्यकर्ता केजरीवाल के घर के बाहर पहुंचने लगे और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। वही, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे। इस बीच पुलिस और आप के कुछ विधायको के बीच बहस होती हुई भी नजर आयी।
वही, शाम 5:30 बजे आप के 15 विधायकों समेत 150 कार्यकर्ता केजरीवाल से मिले। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि,”किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया, वह बहुत जबरदस्त तरीके से सफल रहा। मुझे खुशी है कि सारा देश किसानों के समर्थन में एकजुट हुआ। मेरा भी मन था कि मैं एक आम आदमी की तरह बॉर्डर पर जाऊंगा और किसानों को समर्थन करूंगा। लेकिन शायद इन्हें पता चल गया।”