इंदौर जिले में दिव्यांगों को रोजगार/स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा संवेदनशील पहल की जा रही है। इसके तहत इंदौर में 20 फरवरी को विशाल रोजगार/स्वरोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। इसके माध्यम से दिव्यांगजनों को नौकरी दिलाने के साथ ही स्वरोजगार मूलक योजनाओ में ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही दिव्यांगजनों को स्टार्टअप से भी जोड़ा जाएगा। कलेक्टर कार्यालय में दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए स्थाई रूप से हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए एक पोर्टल भी बनाया जाएगा।
यह जानकारी आज यहां कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा ली गई बैठक में दी गई। बैठक में दिव्यांग जनों को रोजगार/स्वरोजगार से जोड़ने के लिए आयोजित किए जाने वाले मेले के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि दिव्यांगजनों को निजी क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी दिलाने के लिए तथा उन्हें आवश्यकता के अनुसार स्वरोजगार मूलक शासकीय योजनाओं में लोन उपलब्ध कराने के लिए 20 फरवरी को ग्रामीण हाट बाजार इंदौर में विशाल मेला आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि मेला आयोजन के पूर्व दिव्यांगजनों के बीच इस मेले का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, जिससे कि वह इसका अधिकाधिक लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि मेला आयोजन से पूर्व सभी स्टेकहोल्डर से चर्चा कर ली जाए। रोजगार देने वाली कंपनियां से चर्चा कर दिव्यांगजनों को दिए जाने वाले पदों के संबंध में भी आकलन कर लिस्टिंग की जाए। इसके आधार पर दिव्यांगों को सूचित कर उनकी भी लिस्ट बना ली जाए। इसके आधार पर स्वरोजगार मेले में चयन के लिए उन्हें आमंत्रित किया जाए।
साथ ही उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों को स्टार्टअप से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए एक पोर्टल बनाया जा रहा है। पोर्टल में नौकरी देने वाली कंपनियां और इच्छुक आवेदकों का पंजीयन होगा। इससे दिव्यांगजनों को नौकरी देने में सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों को रोजगार से जोड़ने और उनकी अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए कलेक्टर कार्यालय में स्थाई रूप से हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। हेल्प डेस्क के माध्यम से नि:शक्तजनों की पेंशन समग्र आईडी आधार कार्ड सहित अन्य समस्याओं का निराकरण भी किया जाएगा।