कुंडली में ग्रहों की दशा को ऐसे करें काबू, ना होगा मंगल दोष ना शनि का संकट

Share on:

हमारे जीवन में राशियों का बड़ा महत्त्व होता हैं। वहीं कुंडली में ग्रहों की दशा का भी हमारे जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है। दशा खराब हो तो इंसान का जीवन दुखों से भरने में देर नहीं लगती है। बता दे, हमारे जीवन में सूर्य से लेकर शनि तक और बृहस्पति से लेकर मंगल तक हर ग्रह का अलग प्रभाव होता है। जिसको शांत करने के लिए लोग तरह तरह के उपाय अपनाते है ताकि उनके जीवन में शांति बनी रहे। आज हम आपको ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे आप कुंडली में ग्रहों की बुरी दशा का प्रभाव कैसे कम किया जा सकता है उसका पता कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं।

सूर्य की दशा ख़राब होने पर ये करें –

नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें
आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें
रविवार को गुड़ और गेंहू का दान करें
रविवार को नमक का सेवन न करें
रोज सायंकाल महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें

चन्द्रमा की दशा ख़राब होने पर ये करें –

पूर्णिमा का व्रत रखें
सोमवार को चावल, चीनी या दूध का दान करें
“नमः शिवाय” का प्रातः और सायं 108 बार जाप करें
यथाशक्ति शिव जी की उपासना करें
काले रंग के वस्त्रों से परहेज करें

मंगल की दशा ख़राब होने पर ये करें –

मंगलवार का व्रत रखें
मंगलवार को हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाएं
नित्य प्रातः और सायं “राम रक्षा स्तोत्र” का पाठ करें
रात्रि में सोने के पहले महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें

बुध की दशा ख़राब होने पर ये करें –

गणेश जी की उपासना करें
बुधवार को हरी वस्तुओं का दान करें
“ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का 108 बार जाप करें
कांसे का छल्ला धारण करें

बृहस्पति की दशा ख़राब होने पर ये करें –

बृहस्पतिवार का व्रत रखें
सोना और पीली चीज़ों से परहेज करें
बृहस्पतिवार को चने की दाल का दान करें
प्रातः विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें
सायं महामृत्युंजय मंत्र की तीन माला का जाप करें

शुक्र की दशा ख़राब होने पर ये करें –

शुक्रवार को शिवलिंग पर इत्र और जल अर्पित करें
शुक्रवार के दिन सफ़ेद मिठाई का दान करें
हीरा भूलकर भी धारण न करें
नित्य प्रातः और सायं 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
स्त्रियों का सम्मान करें, और उनसे आशीर्वाद लें

शनि की दशा ख़राब होने पर ये करें –

नित्य प्रातः सूर्य को जल चढ़ाएं
सूर्य के सामने हनुमान चालीसा पढ़ें
हर शनिवार को छाया दान करें
हर शनिवार अपने सर से वारकर पशु को रोटी खिलाएं
परामर्श लेकर मूंगा धारण करें
सुबह और शाम तीन-तीन माला महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें