शेष किसानों का कर्ज कब तक माफ करेंगे स्पष्ट करें शिवराज?

Akanksha
Published on:

भोपाल, 22 सितंबर 2020

प्रदेश की 8 करोड़ जनता कि किस तरह मध्य प्रदेश में अनैतिक संसाधनों से बहुमत बनाकर बनी सरकार पहले दिन से ही किसान फसल ऋण माफी योजना को लेकर जनता के साथ झूठ बोल रही है। पहले यह कहा गया कि कोई कर्ज ही माफ नहीं किया गया। फिर कहा गया 2लाख तक का माफ नहीं किया , फिर कहा गया 2रुपये चार रुपये किया गया। फिर बोले 10 दिन में नहीं किया गया लगातार झूठ बोलते बोलते जनता को गुमराह करने की सरकार कोशिश करती रही लेकिन सच तो किसान जानते थे।कमलनाथ जी बार बार इसीलिये कहते थे उन्हें भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं जनता के सर्टिफिकेट की जरूरत है। आपको अच्छी तरह याद होगा कि प्रदेश के किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल घोषणा करते रहे कि कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया झूठे ऋण माफी प्रमाण पत्र बांटे गए और यह भी कि कमल पटेल कमलनाथ जी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराएंगे ।


भारतीय जनता
पार्टी के झूठ और मिथ्याचरण के खिलाफ जब कमलनाथ ने ग्वालियर की सभा में शंखनाद किया और शिवराज सिंह को खुली चुनौती दी कि एक मंच पर आकर शिवराज जी अपनी 15 साल की सरकार का हिसाब दें और मैं 15 महीने की सरकार का एक-एक दिन का हिसाब देने तैयार हूं । इस चुनौती के बाद फिर से शिवराज सिंह ने आगरा और सुवासरा की सभाओं में अपने नियमित झूठ को दोहराया।


सभी जानते हैं कि सत्य कभी पराजित नहीं होता भारत की चेतन संस्कृति में विश्वास करने वाले करोड़ों अरबों लोग जानते हैं और मानते हैं कि ‘सत्यमेव जयते’ । सत्य की जीत होती है।
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की विधानसभा के ताजा सत्र में किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने जो f.i.r. करने का दम भरते थे खुद विधानसभा के पटल पर स्वीकार किया कि कमलनाथ की सरकार ने प्रथम चरण में 2023136 किसानों का 7108 करोड़ का कर्ज माफ किया दूसरे चरण में 672245 किसानों का 4538 करोड़ माफ करने की स्वीकृति दी गई एवं 590848 किसानों का 7492 करोड़ स्वीकृति हेतु शेष है। अब भाजपा सरकार ने अधिकृत रूप से कर्जमाफी को स्वीकार कर लिया है।


भारतीय जनता पार्टी के लोग कितने झूठे हैं और राजनीति में झूठ के माध्यम से जनता में भ्रम फैलाने की कुटिल राजनीति करते हैं। सच को जानते हुए भी लगातार झूठ पर झूठ बोलते जाते हैं विधानसभा सभा के मानस पटल पर रखी गई यह जानकारी इस बात की गवाह है। विगत 6 माह से बोला गया झूठ आज मंत्री कमल पटेल के मुंह से ही धूल चाट रहा है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एवं उनके नेता बार-बार यही कहते रहे हैं कि केवल जिन क्षेत्रों में उपचुनाव है वहीं- वहीं के ऋण माफ किए गए हैं विधानसभा के पटल पर रखी गई जानकारी के अनुसार यह झूठ-2 भी बेनकाब हो गया। स्वयं सरकार और किसान कल्याण मंत्री ने विधानसभा में पूरे 51 जिलों की ऋण माफी की सूची भी जारी की है इससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता जनता से सच बोलने से परहेज करते हैं। आपके संदर्भ के लिए विधानसभा में दिए गए उत्तरों की छाया प्रति हम आपको दे रहे हैं। जो यह सिद्ध करेंगे की छल से सरकार बनाने वाले अब छल और छद्म से सरकार बचाना चाहते हैं। जिसे शिवराज के कृषि कल्याण मंत्री ने ही बेनकाब कर दिया।
प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना के संबंध में भी सरकार सच सामने नहीं आने देना चाहती यह पोल भी केंद्र सरकार ने खोल ही दी है।
आपको विदित ही है कि भाजपा के 15 साल के शासन में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की थी, किसानों की छाती पर गोलियां दागीं गईं।कांग्रेस पार्टी फिर प्रदेश के किसानों को आश्वस्त करती है कि सरकार में वापिस आते ही शेष किसानों के कर्ज माफ कर दिये जायेंगे। किसानों के खिलाफ आ रहे अध्यादेशों को प्रदेश में बिना किसानों की सहमति लागू नहीं होने देगी। प्रदेश को सैकड़ों साल पुरानी जमींदारी की जकड़न हम नहीं आने देंगे।
कांग्रेस मांग करती है कि शेष किसानों का ऋण शिवराज सरकार माफ करे और समय सीमा भी बताये।