गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में एसडीआरएफ के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का किया उद्घाटन

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इंदौर। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश में प्राकृतिक और अन्य आपदाओं के समय राहत एवं बचाव कार्य में होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ के जवानों का अहम योगदान रहता है। इनका योगदान वंदनीय है। इनके द्वारा अपनी जान पर खेलकर लोगों की जान बचाने के कार्य किये जाते हैं। इनके मानवीय और साहसी प्रयासों को देखते हुये राज्य शासन द्वारा होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों के लिये अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उनका क्रियान्वयन किया जा रहा है। होमगार्ड और एसडीआरएफ को अपने आपदा प्रबंधन कार्य से नई पहचान मिली हैं। इन्हें संसाधनों से परिपूर्ण कर सशक्त बनाया जा रहा है।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा आज इंदौर में एसडीआरएफ के नवनिर्मित प्रशिक्षण और प्रशासनिक भवन के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर डीजीपी होमगार्ड पवन जैन, एडीजी अशोक अवस्थी, पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी ग्रामीण चंद्रशेखर सोलंकी, डीआईजी होमगार्ड महेशचंद्र जैन सहित अन्य अधिकारी, किशन विधानी सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि होमगार्ड और एसडीआरएफ के सामने नई चुनौतियां आ रही हैं। उन्हें इन चुनौतियों से निपटने के लिये अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है। इन्हें नये उपकरण और वाहन दिये जा रहे हैं। होमगार्ड और एसडीआरएफ आधुनिकतम बल बनेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्राकृतिक व अप्राकृतिक आपदा के समय तत्काल राहत एवं बचाव आदि कार्यो को त्वरित व प्रभावी रूप से सम्पादित किये जाने के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एस.डी. आर.एफ.) का गठन किया गया है।

पुलिसिंग, कानून और व्यवस्था के रखरखाव, अपराध की रोकथाम, डकैती विरोधी उपाय, सीमा पर गश्त, निषेध, बाढ़ राहत, अग्निशमन, चुनाव कर्तव्यों आदि में इनका अहम योगदान रहता है। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों के लिये एक बड़ा मानवीय कदम उठाया है। प्रदेश में इनको भी पुलिस की तरह ड्यूटी के दौरान भोजन भत्ता देने की व्यवस्था की गई है। इससे पुलिस और होमगार्ड के जवानों के बीच समानता रहेगी। इन्हें 8 घंटे ड्यूटी के बाद नाश्ता और बीच में भोजन का प्रावधान भी रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला मानवीय आधार पर लिया गया है। पिछले दिनों प्रदेश के कई इलाकों में आई बाढ़ और अन्य आपदा के दौरान होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई। इससे इनकी समाज में विशेष पहचान बनी हैं।

डीजी होमगार्ड पवन जैन ने स्वागत भाषण देते हुये होमगार्ड और एसडीआरएफ के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि होमगार्ड और एसडीआरएफ की बेहतरी के लिये राज्य शासन द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इस अवसर पर मंत्री डॉ. मिश्रा सहित अन्य अतिथियों ने पौधरोपण भी किया।