विश्व संसदीय इतिहास में 7 सितंबर 1978 को भोपाल में घटी ऐतिहासिक घटना

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MP News : 7 सितंबर 1978 को म.प्र.की राजधानी भोपाल स्थित विधानसभा भवन (मिंटो हाल) में तमाम सुरक्षा के इंतजाम के साथ चल रही विधान सभा में जनता का कब्ज़ा हो जाना ,विधान की कार्यवाही रुक जाना, अध्यक्ष को आसंदी से हटा देना व मुख्यमंत्री सहीत अन्य मंत्रियों व विधायको का तितर बितर हो जान।यह घटना हाथी कांड के नाम से प्रसिद्ध है।

क्रांतिकारी नेता स्व:सुरेश सेठ सा. के नेतृत्व में नवा गांव बांध की उंचाई के विरोध में विधानसभा के समक्ष किये गये प्रदर्शन के दौरान विधानसभा के मेन गेट को हाथी के पांव से धकेलवाकर आन्दौलनकारी लाठी चार्ज व फायरिंग की परवाह न करते हुवे चलती विधानसभा में घुस गये थे।

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यह घटना विश्व संसदीय इतिहास में विरली घटना है। मेरे सहित रामेश्वर निखरा (गाडरवाड़ा), मुन्नालाला जैन (विदिशा), जब्बार बख्श कुरेशी (मुरेना) राकेश शुक्ला (होशंगाबाद), बसंत डागा (गाडरवाड़ा), छोटे बाबू राम (बीना), लक्ष्मीनारायण (विदिशा), स्व: दारासिंह यादव, स्व:सिद्धनाथ पटेल, स्व:मधुकर मरमट, स्व : चंद्र शेखर व्यास, स्व:सरदार भाई दुधवाले ,स्व:ओम चौहान, स्व:मधुकरभाई, स्व: निर्मला पाठक, (सभी इंदौर) मरहूम शब्बिर जमाली (भोपाल), स्व:जगदीश पड़िहा (पन्ना) हाउस अरेस्ट हुवे चार दिन विधानसभा की कस्टडी में रखे जाने के बाद 9 आरोपों में गिरफ्तार कर व वधानसभा द्वारा 5-5 साल की सजा प्रस्तावित कर जिला जेल भोपाल अंतरित किये गये जहां से 22 दिन के बाद छुटे। ।सेठ सा. व गिरीश गुप्ता (इंदौर) घायल होकर हमीदिया अस्पताल में भर्ती किये गये व ईलाज बाद डिस्चार्ज किये गये