हिंदी दिवस: मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा, साहित्य, और संस्कृति को प्रोत्साहित करना, जानें किस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने किया था इसका चयन

Share on:

Hindi Diwas Special : हिंदी भाषा दिवस, भारत में हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। हिंदी भाषा दिवस का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा, साहित्य, और संस्कृति को प्रोत्साहित करना है।

हिंदी भाषा का इतिहास बहुत प्राचीन है और यह भारत की एक प्रमुख राष्ट्रीय भाषा है। हिंदी का विकास संस्कृत से हुआ और इसमें ख़ज़ाने की भाषाओं का प्रभाव भी दिखता है। गुरु देवनागरी लिपि के आदर्श और महात्मा गांधी के साहित्यिक काम ने हिंदी को और भी प्रसिद्ध किया।

हिंदी भाषा दिवस के दिन भारत सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जैसे कि सम्माननीय पुरस्कारों का वितरण और हिंदी साहित्य के महत्व को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम। यह दिन हिंदी भाषा के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने का मौका प्रदान करता है और हमें हमारी अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व महसूस कराता है।

इस प्रकार, हिंदी भाषा दिवस का मनाना हमें हिंदी भाषा के महत्व को समझाने और इसे समृद्धि देने का अवसर प्रदान करता है, ताकि हमारी भाषा, साहित्य, और संस्कृति का सफलता से साथ चल सके।

हिंदी दिवस की शुरुआत किसने की

हिंदी दिवस की शुरुआत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता महात्मा गांधी ने की थी। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था, और उनकी जयंती को भाषा गुरु के रूप में मनाने का प्रस्ताव उन्होंने दिया था।

गांधी जी का मुख्य उद्देश्य था कि हिंदी भाषा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, और वे इसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ साथ एक ऐसी भाषा के रूप में देखते थे जो लोगों की आसपास की भाषाओं के साथ एकता और सामंजस्य को बढ़ावा देती है।

इसलिए, महात्मा गांधी के सुझाव पर और उनके साहित्यिक योगदान के आधार पर, हिंदी भाषा दिवस का आयोजन किया गया और यह प्रतिवर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य है हिंदी भाषा के महत्व को साझा करना और बढ़ावा देना।