Health Tips: आजकल कमर दर्द एक सामान्य समस्या बन गई है, जो कई लोगों को प्रभावित कर रही है। लंबे समय तक लैपटॉप या कंप्यूटर के सामने बैठने से, या भारी सामान उठाने से रीढ़ और पीठ की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे कमर के निचले हिस्से में दर्द महसूस होता है। यदि यह दर्द लगातार बना रहता है, तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह किसी गंभीर बीमारी का प्रारंभिक लक्षण भी हो सकता है।
कमर दर्द के प्रमुख कारण
1. गलत मुद्रा
कमर दर्द का एक मुख्य कारण गलत तरीके से बैठना या खड़ा होना है। यदि आप लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठते हैं, तो इससे मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है, जो दर्द को बढ़ा सकता है।
2. हर्नियेटेड डिस्क
हर्नियेटेड डिस्क की स्थिति में रीढ़ की हड्डियों के बीच गैप कम हो जाता है, जिससे डिस्क के अंदर का नरम द्रव कम हो जाता है। इससे डिस्क के फटने का खतरा बढ़ता है, जो पीठ दर्द का कारण बन सकता है।
3. उभरी हुई या फटी हुई डिस्क
डिस्क रीढ़ की हड्डियों के बीच कुशन का काम करती है। यदि यह उभरती या फटती है, तो तंत्रिका पर दबाव पड़ सकता है, जिससे लगातार पीठ दर्द हो सकता है।
4. एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस
यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें रीढ़ की हड्डियों में सूजन होती है। इस समस्या में हड्डियों का अनियंत्रित बढ़ना भी हो सकता है, जिससे लगातार पीठ दर्द होता है।
5. गठिया
गठिया एक सामान्य समस्या है, जिसमें रीढ़ की हड्डियों के आस-पास की जगह सिकुड़ जाती है। इससे पीठ में तेज दर्द हो सकता है, और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
6. निमोनिया
निमोनिया एक फेफड़ों का संक्रमण है, जो बलगम वाली खांसी, बुखार, और उल्टी जैसी समस्याओं का कारण बनता है। इस स्थिति में पीठ दर्द भी हो सकता है, और डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
पीठ दर्द से बचने के उपाय..
जीवनशैली में सुधार: स्वस्थ खान-पान और सक्रिय जीवनशैली अपनाएं।
शारीरिक गतिविधि: नियमित रूप से व्यायाम करें और शारीरिक गतिविधियों को बनाए रखें।
सही मुद्रा: सही तरीके से बैठें और खड़े होने की आदत डालें, जिससे कमर दर्द से बचा जा सके।
इन उपायों से न केवल आप कमर दर्द से राहत पा सकते हैं, बल्कि इसे रोकने में भी मदद मिलेगी। यदि दर्द में सुधार नहीं होता है, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।