स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने ली समीक्षा बैठक, इंदौर की कोरोना स्थिति में सुधार पर जताया संतोष

Rishabh
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इंदौर: इंदौर जिले में कोरोना की स्थिति में तेजी से लगातार सुधार आ रहा है। अप्रैल माह की तुलना में इस माह में इंदौर जिला बेहतर स्थिति में है। जिले में गत माह की तुलना में इस महिने पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी आ रही है तथा रिकवरी रेट भी बेहतर हो रहा है। जिले में कोरोना के तीसरे चरण की आशंकाओं को देखते हुए एहतियात के रूप में संसाधन जुटाए जा रहे हैं। साथ ही ब्लैक फंगस इंफेक्शन से निपटने की व्यवस्थाएं भी की जा रही है। इंदौर जिले में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों के निशुल्क के इलाज के लिए 80 अस्पतालों को चिन्हित किया गया है। यह जानकारी आज यहां प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में दी गई।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, विधायकगण रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, जीतू पटवारी, संजय शुक्ला तथा विशाल पटेल सहित कृष्णमुरारी मोघे, कविता पाटीदार, मनोज पटेल, सुदर्शन गुप्ता, जीतू जिराती,गौरव रणदिवे, राजेश सोनकर, मधु वर्मा, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल डीआईजी मनीष कपूरिया सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि, मौजूद थे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने इंदौर जिले में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों तथा स्थिति पर संतोष व्यक्त किया। डॉ. चौधरी ने बैठक में इन्दौर के जनप्रतिनिधियों अधिकारियों, चिकित्सको, पैरामेडिकल स्टाफ, जनता आदि का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इनके प्रयासो से ही कोरोना को नियंत्रित करने में मदद मिली है।

कोरोना की जंग जीतने में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में शुरुआत में आक्सीजन की उपलब्धता तथा वितरण में दिक्कत आ रही थी। अब स्थिति सामान्य हो गयी है । आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाई गयी है। प्रदेश में 100 से अधिक आक्सीजन प्लांट बनाये जा रहे हैं। कई प्लांटों का निर्माण पूरा होकर उत्पादन प्रारंभ हो गया है।

मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश में मरीजों के लिये बिस्तरों की संख्या भी निरंतर बढ़ायी जा रही है। प्रदेश में आईसीयू बेड की संख्या भी बढ़ायी जा रही है। प्रदेश में 2 लाख 73 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन वितरित किये जा चुके है। इंदौर जिले में 43 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों के लिये दिये गये। रेमडेसिविर इंजेक्शन तथा ऑक्सीजन के प्लांट लगाने वालों को राज्य शासन द्वारा पूरी मदद दी जायेगी। प्रदेश में किये जा रहे लगातार प्रयासों से गत अप्रैल माह की तुलना में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी आ रही है।

उपचाररत मरीजों की संख्या में तेजी से सुधार हो रहा है। रिकवरी रेट भी अच्छा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रकोप की रोकथाम के लिये किल कोरोना अभिमान चलाया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड केयर सेन्टर की व्यवस्था की गयी है। होम आइसोलेशन की भी प्रभावी व्यवस्था की गई है। मरीजों को नि:शुल्क दवाईयां दी जा रही है। भविष्य की आशंका को देखते हुये संसाधन बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं।

डा. चौधरी ने कहा कि फंगल इन्फेक्शन से निपटने के लिये भी व्यापक स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोना मरीजों के नि:शुल्क उपचार के लिये आयुष्मान योजना के तहत व्यवस्था की गयी है। जनता कर्फ्यू के दौरान राशन की उपलब्धता के लिये पांच माह का राशन उचित मूल्य दुकानों से दिया जा रहा है।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासो से इस महामारी की जंग को हम निश्चित ही जीतेंगे। इस संकट से जल्दी ही निजात पायेंगे। इन्दौर जिले में कोविड नियंत्रण के लिये टीम भावना से प्रभावी कार्य किये जा रहे हैं। इन्दौर जिले को आक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। संक्रमण की चेन को तोड़ने में जनता का अहम योगदान है।

बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने जिले में कोविड नियंत्रण के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गत अप्रैल माह की तुलना में स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है। स्थिति नियंत्रित है। उन्होंने बताया कि जिले में आज दिनांक को 6 हजार 123 मरीज अस्पतालों में उपचार रत है। इनमें 2 हजार से अधिक मरीज अन्य जिलों के है। जिले में 9 हजार 307 मरीज होम आईसोलेशन में है। जिले में गत 4 दिनों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1700 से नीचे आ गई है। जिले में लगभग 10 हजार टेस्ट किये जा रहे है।

रिकवरी रेट भी बेहतर हुआ है। उन्होंन बताया कि जिले में किल कोरोना अभियान का तीसरा चरण चलाया जा रहा है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। जिले में 321 कोविड केयर सेंटरों की स्थापना की गई है। इसमें साढ़े 8 हजार से अधिक बेड है।

बैठक में जनप्रतिनिधियों ने इंदौर जिले में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुये अपने अपने सुझाव भी दिये। जनप्रतिनिधियों ने कोविड के तीसरे चरण से निपटने के लिए अभी से संसाधन जुटाने के सुझाव दिए।